प्रतिरोधक क्षमता के काम का पता, मिला नोबेल

इस बार चिकित्सा क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार तीन ऐसे वैज्ञानिकों को दिया गया है जिन्होंने पता लगाया है कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कैसे काम करती है। ये तीन वैज्ञानिक हैं – अमेरिका के ब्रूस ब्यूटलर, लक्जमबर्ग के जूल्स हॉफमैन और कनाडा के राल्फ स्टाइनमैन। इन तीनों को संयुक्त रूप से वर्ष 2011 का चिकित्सा क्षेत्र का नोबल पुरस्कार देने की घोषणा सोमवार को की गई।

पुरस्कार देने वाली स्वीडन की संस्था कैरोलिन्सका इंस्टीट्यूट ने एक बयान में कहा कि इस वर्ष का नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले इन वैज्ञानिकों ने प्रमुख सिद्धान्तों की खोज करके रोग प्रतिरोधक प्रणाली के काम के तरीकों की समझ बढ़ाने में मदद की है।

15 लाख डॉलर (11 लाख यूरो) के कुल पुरस्कार की आधी राशि ब्यूटलर और होफमैन में बराबर बराबर बांटी जाएगी, जबकि शेष आधी राशि स्टीनमैन को मिलेगी।

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