देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई नए वित्त वर्ष में अपनी पहुंच देश के दूरदराज के इलाकों तक बढ़ाने के लिए 15,000 नए बैंकिंग संवाददाताओं (बीसी) की नियुक्ति करेगा। यह जानकारी खुद बैंक के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक ओ पी भट्ट ने एक प्रमुख अंग्रेजी आर्थिक अखबार से हुई बातचीत में दी। इससे बैंक ग्रामीण इलाकों में अपनी पैठ मजबूत करना चाहता है।
बैंकिंग संवाददाता को बढ़ाना वित्तीय समावेश को व्यापक बनाने के लक्ष्य का एक हिस्सा है। एसबीआई प्रमुख के मुताबिक आंध्र प्रदेश में बैंक द्वारा बीसी रखने के पाइलट प्रोजेक्ट ने साबित किया है कि इससे सामाजिक सुरक्षा योजना का प्रभाव बढ़ता है। एसबीआई की नई पहल इस साल के बजट में की गई वित्त मंत्री की उस घोषणा पर अमल का हिस्सा है जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में 2000 से ज्यादा आबादी वाले हर इलाके में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाई जाएंगी।
बीसी का काम लोगों से डिपॉजिट लेना और उन तक धन पहुंचाना होगा। वे बैकिंग नेटवर्क से बाहर छूट गए ऐसे लोगों तक बीमा जैसी वित्तीय सेवाएं भी पहुंचाएंगे। रिजर्व बैंक के नियम के मुताबिक पीसीओ मालिक से लेकर प्राइमरी स्कूल के मास्टर, किराना दुकानों के मालिक और एनजीओ भी बीसी का काम कर सकते हैं। स्टेट बैंक ने इस काम के लिए इंडिया पोस्ट, आईटीसी, रिलायंस डेयरी फूड्स, दृष्टि फाउंडेशन और ज़ीरो माइक्रो फाइनेंस जैसी कंपनियों व संस्थाओं का सहयोग लिया है। बैंक पेट्रोल पंप चलानेवालों और रिटायर्ड अध्यापकों को भी अपने बीसी बनाएगा।