देश की दूसरे सबसे बड़ी आईटी कंपनी इनफोसिस के चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर रहे हैं। कंपनी ने 5 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 15 रुपए का अंतिम लाशांश (डिविडेंट) देने की घोषणा की है जो प्रतिशत में 300 फीसदी बनता है। अगर इसमें अक्टूबर 2009 में घोषित 10 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को जोड़ दें तो साल का कुल लाभांश 25 रुपए प्रति शेयर हो जाता है। पिछले वित्त वर्ष 2008-09 में कंपनी ने 23.50 रुपए प्रति शेयर लाभांश दिया था।
बाजार में उम्मीद की जा रही थी कि इस दौरान उसकी आय 5847.6 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 1581.2 करोड़ रुपए रहेगा। लेकिन आज घोषित नतीजों के अनुसार वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में कंपनी की आय 5944 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 1600 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2008-09 की चौथी तिमाही में उसकी आय 5635 करोड़ और शुद्ध लाभ 1615 करोड़ रुपए रहा था। इस तरह तिमाही से तिमाही की तुलना में कंपनी के शुद्ध लाभ में 0.92 फीसदी कमी तो आय में 5.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। अगर ठीक पहले की दिसंबर 2009 में खत्म तिमाही से तुलना करें तो कंपनी की आय 5741 करोड़ रुपए से 3.54 फीसदी और शुद्ध लाभ 1582 करोड़ रुपए से 1.13 फीसदी ज्यादा है। यह कंपनी के समेकित नतीजे हैं।
एकल आधार पर कंपनी ने चौथी तिमाही में 5690 करोड़ रुपए की कुल आय पर 1430 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में उसकी आय 5501 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 1569 करोड़ रुपए था। दिसंबर 2009 में खत्म तिमाही में कंपनी ने 5335 करोड़ रुपए की आय पर 1471 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया था। इस तरह पिछली तिमाही की तुलना में उसकी आय बढ़ी है, लेकिन लाभ में कमी आई है। लेकिन बाजार ने इस नतीजों को सकारात्मक रूप से लिया है। खबर लिखे जाने के समय बीएसई में इनफोसिस का शेयर 1.88 फीसदी की बढ़त के साथ 2733.65 रुपए पर चल रहा था।
पूरे वित्त वर्ष 2009-10 की बात करें तो समेकित आधार पर कंपनी की आय 22,742 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 6219 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष 2008-09 में उसने 21,693 करोड़ रुपए की आय पर 5975 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। इस दौरान उसका ईपीएस (प्रति शेयर लाभ 104.89 रुपए से बढ़कर 109.02 रुपए हो गया है। एकल आधार पर देखें तो कंपनी की आय 20,768 करोड़ रुपए से बढ़कर 22,050 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 5819 करोड़ से थोड़ा-सा घटकर 5803 करोड़ रुपए हो गया है।
आगे के बारे में कंपनी का आकलन है कि वह वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान रुपए में उसकी आय 9 से11 फीसदी बढ़ेगी और ईपीएस 106.82 रुपए से 111.28 रुपए रहेगा। इसे रुपए की मजबूती का असर माना जा सकता है। कारण, डॉलर में कंपनी की आय में 16-18 फीसदी वृद्धि का अनुमान है, जबकि ईपीएस में 4.3 से 8.6 फीसदी की वृद्धि का।
बैंगलोर में इन नतीजों की घोषणा करते हुए कंपनी के सीईओ व प्रबंध निदेशक एस गोपालकृष्णन ने कहा कि हम बाजार में मिले मौकों का फायदा उठाने में सफल रहे हैं। हालांकि आर्थिक माहौल अब भी चुनौती भरा है, लेकिन कंपनियां बेहतर भविष्य के लिए विकास के कामों में निवेश तो कर ही रही हैं।
इनफोसिस ने बीते वित्त वर्ष 2009-10 में 27,639 नए कर्मचारी भर्ती किए हैं, जबकि चालू वित्त वर्ष 2010-11 में 19,000 लोगों को कैम्पस से लेने की पेशकश की है। तीसरी से चौथी तिमाही के बीच कंपनी के 20 करोड़ डॉलर से अधिक के ग्राहकों की संख्या दो से घटकर एक हो गई है। उसकी आय में पांच बड़े ग्राहकों का योगदान इस दौरान 17.6 फीसदी से घटकर 15.8 फीसदी रह गया है।