ये दोस्त भी अजीब होते हैं। कुछ करीब और कुछ अज़ीज़ होते हैं। कुछ बनाते हैं हम अपनी मर्ज़ी से, कुछ हमें किस्मत से नसीब होते हैं।
2010-04-06
ये दोस्त भी अजीब होते हैं। कुछ करीब और कुछ अज़ीज़ होते हैं। कुछ बनाते हैं हम अपनी मर्ज़ी से, कुछ हमें किस्मत से नसीब होते हैं।
© 2010-2020 Arthkaam ... {Disclaimer} ... क्योंकि जानकारी ही पैसा है! ... Spreading Financial Freedom