अगर देश के आयकर विभाग को ठीक तरह से काम करना है तो उसे तत्काल 30,000 नए कर्मचारियों को भर्ती करने की जरूरत है। यह कहना है वित्त मंत्रालय के एक उच्च अधिकारी का। इस अधिकारी ने एक समाचार एजेंसी के बातचीत के दौरान कहा कि करदाताओं को दी जानेवाली सेवाओं और कर संग्रह के काम को सुचारू रूप से चलाने के लिए 22,000 नए कर्मचारी चाहिए, जबकि 8000 जगहें पहले से खाली पड़ी हैं।
बता दें कुछ दिन पहले ही ऑनलाइन टैक्स रिटर्न भरने की इनकम टैक्स साइट की सुरक्षा को लेकर कुछ सवाल उठे थे, जिसे मीडिया में खबर छपने के बाद तुरत-फुरत में ठीक किया गया। अधिकारी के मुताबिक आयकर विभाग में अभी कर्मचारियों की कुल मंजूर संख्या 58,000 की है। इसमें से करीब 8000 पद अभी तक नहीं भरे गए हैं।
उन्होंने बताया कि आय विभाग में 4000 अफसरों, 4000 इंस्पेक्टरों और 12,000 टैक्स सहायकों, डाटा एंट्री ऑपरेटरों व अन्य तरह के सपोर्ट स्टाफ की जरूरत है। इसके अलावा 2000 कर्मचारी रिजर्व के तौर पर रखने हैं। आयकर विभाग के मुख्य आयुक्त का सालाना सम्मेलन 9-10 जून को राजधानी दिल्ली में होने जा रहा है। उक्त अधिकारी ने बताया कि इस सम्मेलन में विभाग में कम कर्मचारियों की संख्या के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
सिर्फ आयकर ही नहीं हर विभाग में कर्मचारियों और अनुशासन की भारी कमी है लेकिन ये भ्रष्ट मंत्री इस कमी को बनाये रखना चाहते हैं क्योकि इसी से उनकी भ्रष्ट गाड़ी का पेट्रोल पैदा होता है ,आम लोग जाये जहनुम्म में / आम लोगों के हितों की और उनके जरूरतों को कौन पूछता है / हम चाहते हैं की इंसानियत की मुहीम में आप भी अपना योगदान दें,कुछ ईमेल भेजकर / पढ़ें इस पोस्ट को और हर संभव अपनी तरफ से प्रयास करें http://honestyprojectrealdemocracy.blogspot.com/2010/05/blog-post_20.html