शेयर बाज़ार में खरीदना तो आसान है, बेचकर निकलना बेहद कठिन। खासकर तब, जब सूचकांक और स्टॉक हर दिन नया शिखर बना रहा हो। पर सुना है, इसका एक सूत्र है। स्टॉक के आरएसआई के अब तक के उच्चतम स्तर और अभी के स्तर का अंतर निकालें। देखें कि वो अंतर उच्चतम स्तर का कितना प्रतिशत है। उतना प्रतिशत स्टॉक के अभी के भाव को बढ़ा दें। वो आपके निकलने का स्तर होगा। अब बुध की बुद्धि…औरऔर भी

भेड़चाल से किसी का कल्याण नहीं होता। लेकिन शेयर बाज़ार में हम-आप अमूमन भेड़चाल ही अपनाते हैं। वहीं ट्रेडिंग से कमाई का मंत्र यह है कि आप तब खरीद लें, जब दूसरे खरीदनेवाले हों और तब बेचकर निकल जाएं, जब दूसरे बेचने जा रहे हों। यह करना कतई मुश्किल नहीं है बशर्ते भावों के चार्ट पर ट्रेडरों व निवेशकों के मनोविज्ञान और उनकी भावी चालों को समझना आप सीख लें। इसलिए अभ्यासेन कौन्तेय। अब बुधवार की बुद्धि…औरऔर भी

सुरक्षित चलने वाला कभी बहुत ज्यादा नहीं कमाता। पर जितना कमाता है, बराबर कमाता है। वहीं जो खूब रिस्क लेता है वो कभी-कभी तो बहुत कमा लेता है। पर उसके हाथ में कटोरा आते भी देर नहीं लगती। कछुए व खरगोश की पुरानी कथा। अगर आपको ट्रेडिंग से बराबर कमाना है तो कम से कम रिस्क में ज्यादा से ज्यादा रिटर्न का सिस्टम बनाकर दृढ़ता से उसका पालन करना होगा। अब बुधवार के वार पर एक नज़र…औरऔर भी

अनुशासन के लिए ट्रेडर को चार रिकॉर्ड रखने चाहिए। इनमें से तीन का वास्ता पुराने सौदों के लेखा-जोखा से है, जबकि एक आगे की प्लानिंग का है। स्प्रेडसीट पर तारीख सहित हर सौदे का ब्यौरा; ट्रेडिंग पूंजी की घट-बढ़; ट्रेडिंग डायरी में हर सौदे की वजह से लेकर मनोभाव तक। चौथा रिकॉर्ड, अगले दिन का ट्रेडिंग प्लान। ये चार रिकॉर्ड आपको जिम्मेदार, प्रोफेशनल व कामयाब ट्रेडर बनने में मदद करेंगे। खुद को साधते हुए बढ़ते हैं आगे…औरऔर भी