मंत्र-तंत्र हमारी अंदर की शक्तियों को जाग्रत करने के लिए होते हैं। बाहर की अनंत शक्तियों के साथ सही मेल बैठते ही काम हो जाता है। लड़ना हमें ही पड़ता है। बाहर की शक्तियां तो बस माहौल बनाती हैं।और भीऔर भी