सार्वजनिक अस्पतालों को चलाने के लिए सरकार को सब्सिडी देनी पड़ती है, जबकि निजी अस्पताल महंगे होने के बावजूद लोगों से पटे रहते हैं और करोड़ों का मुनाफा कमाते हैं। यह मानसिकता और पद्धति का सवाल है। ब्रिटेन में सब्सिडी चलती है तो हेल्थकेयर सिस्टम पिटा पड़ा है। जर्मन में स्वास्थ्य बीमा चलता है तो हेल्थकेयर सिस्टम चकाचक है। भारत में सब घालमेल है। लेकिन ‘जान है तो जहान है’ और परिजनों के लिए कुछ भी करनेवालेऔरऔर भी

आप जानते ही होंगे कि ‘सबसे तेज’ चैनल आजतक को चलानेवाली कंपनी का नाम है टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड। दिसंबर 2003 में इसका आईपीओ 95 रुपए के मूल्य पर आया था और उसने 36.26 गुना ओवर-सब्सक्राइब होने का रिकॉर्ड बनाया था। कंपनी ने 5 रुपए अंकित मूल्य के 145 लाख शेयर जारी करके 137.75 करोड़ रुपए जुटाए थे। तब से लेकर आज तक आजतक हफ्ते-दो हफ्ते इधर-उधर होने के अलावा लगातार देश का नंबर-1 न्यूज चैनल बनाऔरऔर भी

बिलकेयर लिमिटेड (बीएसई कोड-526853) दवा उद्योग के लिए पैकेजिंग सामग्री वगैरह बनाती है। उसने इसी 2 अगस्त को घोषित किया कि उसकी जर्मन सब्सिडियरी ने अमेरिका, जर्मनी, इटली व भारत में सक्रिय कंपनी इनिओस के ग्लोबल फिल्म बिजनेस का अधिग्रहण कर लिया है। इनिओस के इस डिवीजन का कारोबार 24 करोड़ यूरो (1458 करोड़ रुपए) का है, जबकि बिलकेयर ने इसे 10 करोड़ यूरो (607 करोड़ रुपए) में हासिल किया है। बिलकेयर से अभी देश-विदेश की कुलऔरऔर भी