मस्तिष्क हर पल समस्याओं का हल खोजने में लगा रहता है, जबकि मान्यताओं  व रूढ़ियों से बनी मानसिकता उसे खींचती रहती है। तरक्की वही लोग कर पाते हैं जिनका मस्तिष्क मानसिकता को हराता रहता है।और भीऔर भी