किसी की हारी-बीमारी या शारीरिक विकलांगता हम नहीं दूर कर सकते। लेकिन समाज की व्यवस्था को इतना न्यायसंगत जरूर बना सकते हैं कि हर किसी को उसका वाजिब हक मिले और लूटखसोट बंद हो।और भीऔर भी