ब्याज दरें बढ़ाते जाने का साइड इफेक्ट!

अमेरिका का 175 अरब डॉलर डिपॉज़िट वाला सिलिकॉन वैली बैंक डूबा क्यों? मालूम हो कि यह अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक था और इसके पास दिसंबर 2022 के अंत में कु 209 अरब डॉलर की आस्तियां थी। लेकिन इसने जब निकलती जमा की भरपाई के लिए अमेरिकी सरकार के ट्रेजरी बॉन्ड बेचने की कोशिश की तो उसे एक झटके में 1.8 अरब डॉलर की चपत लग गई। असल में बैंक अपनी बचत सुरक्षित रखने के लिए देश की सरकार के बॉन्डों में निवेश करते हैं। लेकिन अमेरिका में फेडरल रिजर्व ने मार्च 2022 से अब तक ब्याज दरों को शून्य से बढ़ाकर 5% कर दिया है। इससे संगत बैठाने के लिए सरकारी बॉन्डों की यील्ड बढ़ गई। मगर इसी अनुपात में बॉन्डों के भाव घट गए। इससे एसवीबी समेत तमाम बैंकों को यकीनन घाटा लगा होगा। अब मंगलवार की दृष्टि…

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