काश! ऐसा होता कि अर्थशास्त्र और राजनीति दोनों एकदम अलग-अलग होते। ऐसा होता तो अपने यहां सेंसेक्स बहुत जल्द छलांग लगाकर 23000 अंक तक पहुंच जाता। हाल में बहुत-सी ब्रोकर फर्मों ने रिपोर्ट जारी कर भविष्यवाणी भी की है कि इस नहीं, अगली दिवाली तक जरूर सेंसेक्स 23,000 के पार चला जाएगा। लेकिन राजनीति और अर्थशास्त्र अलग-अलग हैं नहीं। इसीलिए राजनीतिक अर्थशास्त्र की बात की जाती है। इसी से बनता है पूरा सच और वो सच यह है कि देश में जिस तरह का राजनीतिक घमासान चल रहा है, उसने अनिश्चितता बढ़ा दी है। नीतियों के मुद्दे पर भी और उनके अमल की संभावना पर भी।
यह सच है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इस फैसले ने पूरे सिस्टम में मुक्त धन का प्रवाह बढ़ा दिया है कि वह ब्याज दरों को अगले तीन सालों तक शून्य के आसपास बनाए रखेगा और इसके लिए अमेरिकी सरकार लगातार अपने बांड वापस खरीदती रहेगी। सोचिए, एफआईआई को बिना किसी ब्याज का धन मिल रहा है, जिसे दूसरी जगह लगाकर उनको पांच से आठ फीसदी भी रिटर्न मिल जाए तो उनकी बल्ले-बल्ले हो जाएगी। इसलिए विदेशी पोर्टफोलियो निवेश का प्रवाह भारत जैसे देशों में बढ़ना तय है। इसका असर जाहिरा तौर पर सेंसेक्स या निफ्टी पर पड़ेगा। लेकिन अपना बाजार 2014 के आम चुनावों तक आर्थिक नीतियों नहीं, बल्कि राजनीतिक परिस्थितियों के हिसाब से कुलांचे मारेगा।
कभी-कभी ऊपर, कभी एकदम नीचे। अनिश्चितता का दौर। क्या हमें ऐसे में शेयर बाजार का रुख करना चाहिए? समुद्र में हाई टाइड के वक्त उससे दूर रहने की सलाह दी जाती है। लेकिन मेरा मानना है कि हमारे-आप जैसे आम निवेशकों को किसी कंपनी के शेयरों की चाल को नहीं, बल्कि उनके धंधे को देखकर निवेश करना चाहिए। सेंसेक्स उठे या गिरे, बाजार आसमान में उठे या पाताल में चला जाए, हमारा ध्यान अर्जुन की तरह चिड़िया की आंख पर होना चाहिए।
हमारे यहां करीब 8000 लिस्टेड कंपनियों में अभी ही नहीं, हर वक्त ऐसी कंपनियों की कमी नहीं रहती, जो मूल्यवान निवेश का मौका उपलब्ध कराती हैं। हम आपके लिए ऐसी ही मूल्यवान कंपनियां लाने की मेहनत कर रहे हैं। ऐसी कंपनियां जिनके शेयरों के भाव थोड़ा दबे हुए चल रहे होते हैं और जिनमें पांच-दस साल में काफी बढ़त की गुंजाइश होती है।
दोस्तों! पहले हम हर दिन (सोमवार से शुक्रवार) तक किसी एक संभावनामय कंपनी में निवेश की सलाह देते थे। लेकिन अब हम हर दिन नहीं, बल्कि हफ्ते में केवल एक दिन (सोमवार) को यह सलाह पेश करेंगे। बाकी हफ्ते, बाजार के पेंच-खुरपेंच को जानने-समझने का सिलसिला चला करेगा। बुद्ध जब घनघोर साधना में लीन थे और एकदम कृशकाय हो गए थे, लगता था कि मर ही जाएंगे तो एक सामान्य महिला ने उनसे कहा था कि सितार के तारों को इतना मच खींचों कि वे टूट ही जाएं। बाद में यह बात बुद्ध के प्रवचनों में शामिल हो गई। सितार के तार न ज्यादा कसे, न ज्यादा ढीले। तभी उनसे सुंदर संगीत निकलेगा। यही सोचकर हमने भी हफ्ते में केवल एक बार किसी अच्छे स्टॉक की चर्चा करने का फैसला किया है।
दूसरी तमाम निवेश सलाहकार फर्में भी हफ्ते में अधिकतम एक स्टॉक की ही सलाह देती हैं जिसके लिए 1500 रुपए से लेकर 25,000 रुपए तक लेती हैं। लेकिन हमने बहुत सोच-विचार के बाद कुछ महीनों से लेकर कई साल के निवेश से जुड़ा यह कॉलम मुफ्त ही रखने का फैसला किया है। आपका फायदा हो जाए तो उसका एक अंश अर्थकाम के खाते में डाल दीजिएगा। अन्यथा कोई बात नहीं। अपने व अपने परिवार के भरण-पोषण का ईमानदार वैकल्पिक इंतजाम हो ही जाएगा, ऐसा भरोसा है।
मेरा मानना है कि हमें उन्हीं कंपनियों में निवेश करना चाहिए जो नया मूल्य पैदा कर रही है, value creation कर रही हैं। इस समय इंट्रा-डे सौदे मेरे हिसाब से एक नंबर की लॉटरी खेलने जैसे होते हैं। हम और आप जैसे आम लोगों को इनसे दूर ही रहना चाहिए। अभी हम बच्चे हैं, बहुत कच्चे हैं। जिस तरह कुछ चैनल बच्चों के लिए लॉक कर देने चाहिए, उसी तरह हमारे लिए इंट्रा-डे सौदों की तरफ न झांकना ही उचित होता। हां, जब परिपक्व हो जाएं, सारे समीकरण और गुणा-भाग समझने लगे, तब यह जोखिम भी उठाया जा सकता है। इसलिए हमने सोचा है कि अगर आप लोग मांग करेंगे कि इंट्रा-डे या दो-चार दिन के निवेश की सलाहें भी जाएं तो हमारे पास इसकी भी व्यवस्था है। लेकिन यह पेड-सर्विस होगी। महीने के कम से कम 1500 रुपए। इसलिए नहीं कि हम आप से कुछ वसूलना चाहते हैं, बल्कि इसलिए इसमें वही लोग आएंगे जो पूरे होशोहवास मे जोखिम उठाना चाहते हैं।
बाकी, आप से बराबर बातचीत होती रहेगी। फाइनेंस व अर्थशास्त्र की दुनिया बातें आपके साथ बांटता रहूंगा। अगले हफ्ते का शेयर पहले ही बता दिया करूंगा, ताकि आप भी सक्रियता से उसकी जांच परख कर सकें। आनेवाले सोमवार को मैं नेस्को के बारे में लिखूंगा। इसका दस रुपए अंकित मूल्य का शेयर 1 अक्टूबर 2012 को बीएसई (कोड – 505355) में 685.10 रुपए और एनएसई (कोड – NESCO) में 685.20 रुपए पर बंद हुआ है। आज भी इसमें बढ़त का रुझान है। बहुत ही मजबूत और संभावनामय कंपनी है यह। आप भी तहकीकात कीजिए। मैं भी कर रहा हूं। सोमवार को विस्तार से इसके बारे में लिखूंगा।