दीपावली पर होगा सेंसेक्स सू-सां

कोल इंडिया के आईपीओ के मूल्य-निर्धारण ने एफआईआई निवेश के जमकर आने का माहौल बना दिया है। इस इश्यू में बाहर से कम से कम 75,000 करोड़ रुपए आने की उम्मीद है। अगर विदेशी निवेशकों को कोल इंडिया के आईपीओ में आवंटन नहीं मिला तो वे इसके शेयर लिस्टिंग होने के बाद बाजार से खरीदेंगे। अगर कोल इंडिया का शेयर लिस्टिंग पर बहुत महंगा हो गया तो बाहर से आया यह धन एनएचपीसी, आरईसी और एनटीपीसी की तरफ चला जाएगा।

बाजार में आज की तेजी का सबसे खास कारण है भारत का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के रूप में चुन लिया जाना। कमाल की बात यह है कि पाकिस्तान ने भारत के पक्ष में वोट दिया है। इससे भारत के प्रति निवेशकों का रुख अपने आप ही बेहतर हो जाएगा और देश में एफआईआई निवेश पहले से बढ़ जाएगा।

इस बीच मैं क्लास में सबसे आखिरी बेंच पर बैठे रहनेवाले उस छात्र की तरह अपने पुराने विचार पर कायम रहूंगा जिसे पहली पोजिशन पर आने की कोई हड़बड़ी नहीं है। वह इस दौड़ में शामिल ही नहीं है। लेकिन उसका कुछ जाना भी नहीं है क्योंकि उससे टॉप करने की कोई अपेक्षा ही नहीं पाली गई है।

मैंने अपने स्टॉक्स के लिए इंतजार करने को तैयार हूं। लेकिन मुझे यकीन है कि बाजार आज नहीं तो कल इनकी अहमियत को जरूर स्वीकार करेगा। अपनी एंट्री मैं खुद तय करूंगा और उनकी एंट्री मुझे फायदा पहुंचाएगी। आप मेरे तमाम स्टॉक्स के साथ इस हकीकत को परख भी चुके हैं। इनमें आप आईडीबीआई बैंक, आईएफसीआई, लक्ष्मी ओवरसीज, कैम्फर, स्पाइस मोबाइल, स्पाइस जेट, किंग फिशर एयरलाइंस और वोल्टाज से लेकर किसी भी अच्छी कंपनी का नाम गिना सकते हैं।

मुझे यह भी यकीन है कि इस समय मेरे चुने गए स्टॉक्स – ब्रशमैन, क्विंटेग्रा सोल्यूशंस, संजीवनी पैरेंटल और बालासोर एलॉयज भी इस मानक पर खरे उतरेंगे। गंगा की धारा बह रही है। इसमें से कितना पानी आपको लेना है, यह फैसला आपका ही होगा। फेरो क्रोम के बारे में सकारात्मक नजरिए के कारण आईएमएफए का शेयर 200 रुपए से बढ़कर 800 रुपए तक जा चुका है। इसी तरह आप बालासोर एलयॉज को भी बढ़ने से नहीं रोक सकते।

कोल इंडिया के शेयर दीपावली से पहले शेयर बाजार में लिस्ट हो जाएंगे। उस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी भारत में होंगे। दीपों के त्यौहार पर बन रहा यह संयोग बीएसई सेंसेक्स को 22,222 के आंकड़े तक ले जा सकता है। इस ख्वाब के हकीकत बनने से इनकार नहीं किया जा सकता। …मेरे एक दोस्त ने मुगल-ए-आज़म फिल्म के मशहूर गाने की चंद लाइनें मुझे लिखकर भेजी हैं, जिन्हें मैं यहां दोहरा रहा हूं…

जब रात हो ऐसी मतवाली, फिर सुबह का आलम क्या होगा…

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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