खाद्य मुद्रास्फीति ठंडी पड़ी, दयानिधि मारन का इस्तीफा हुआ और बाजार तेजी से झूम उठा। किसी को भी भान नहीं था कि निफ्टी यूं 5740 के एकदम करीब तक चला जाएगा। मुझे दुनिया को खुद के सही होने का सबूत देने की जरूरत नहीं है। हालांकि जिंदगी जब तक है, तब तक आलोचक भी रहेंगे। बिग बी तक के आलोचक हैं और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के भी। आपको किसी व्यक्ति की उपलब्धि का महत्व दी गई परिस्थिति के हिसाब से आंकना चाहिए। मुल्तान में वीरू अगर तीन सेंचुरी भी मार दे तो बड़ी बात नहीं। लेकिन वही वीरू या दूसरा कोई लॉर्ड्स के मैदान में एक सेंचुरी भी लगा दे तो बड़ी बात है।
खैर, जो लोग पूरी आस्था व भरोसे के साथ हमारे साथ चले, हमारा कहा मानते रहे, वे 5530 पर शॉर्ट करने के लालच से बच गए। नहीं तो बहुत सारे मंदड़िए ऐसा करके फंस गए हैं। उन्होंने निहित स्वार्थों की तरफ से पेश बिकवाली की रिपोर्ट के झांसे में आकर बड़े पैमाने पर टाटा मोटर्स को 980 रुपए पर बेच डाला। बाद में पता चला कि यह तो कुछ ब्रोकरों की तरफ से टाटा मोटर्स को सस्ते में पकड़ने की चाल थी। दोस्तों! यह इंडिया दैट इज भारत है। यहां कुछ भी चलता है। इसलिए सावधान रहना जरूरी है।
आज एक और पहला दिन, पहला शो हुआ। यश बिड़ला समूह की कंपनी बिड़ला पैसिफिक मेडस्पा की लिस्टिंग 10.10 रुपए पर हुई। दिन में यह 30.70 रुपए तक चला गया और फिर 19 रुपए तक जाने के बाद 25.35 रुपए पर बंद हुआ है। मुझे तो लगता है कि यह कल 20 फीसदी के निचले सर्किट तक जाकर 20.30 रुपए पर खुलेगा क्योंकि यही परंपरा है, यही रिवाज है। यहां कौन किसकी परवाह करता है? कम से कम हमने अपने स्तर पर लोगों को बचाने की कोशिश की और इसे 26.50 रुपए पर ही बेच डालने की सलाह दे डाली। इस शेयर में इतनी बढ़त देखने के बाद भी मेरा तो यही कहना है कि आप नए इश्युओं से दूर ही रहें।
शुक्रवार को हमेशा तेजड़िए बाजार को साप्ताहिक शिखर पर ले जाते हैं। इसलिए कल हम निफ्टी को 5780 या 5800 और अगले हफ्ते 5910 पर पहुंचता हुआ देखेंगे। इस बीच बाजार में रिटेल निवेशकों की भागादारी थोड़ी-बहुत शुरू हो चुकी है। लोगबाग जुबिलेंट फूडवर्क्स को 75 के पी/ई और वीआईपी इंडस्ट्रीज को 30 के पी/ई अनुपात पर खरीद रहे हैं। एक दिन जब ये दोनों स्टॉक जीटीएल की तरह धूल चाटने लगेंगे तो वे अपनी किस्मत को रोएंगे। ऐसा होना ही है क्योंकि इस तरह के मूल्यांकन को टिकाया नहीं जा सकता।
दूसरी तरफ हमने ऋण के बोझ को हटाकर डीसीएम को 150 रुपए के शुरुआती मूल्यांकन के साथ खरीदने की रिपोर्ट जारी की है। कंपनी का ऋण इसी साल साफ हो जाएगा और तब एसओटीपी (Sum of the parts) विश्लेषण के आधार पर इसका सकल मूल्य 325 रुपए प्रति शेयर निकलता है। कुछ बड़े उस्ताद इस स्टॉक में हाथ डाल रहे हैं जो प्रबंधन के स्तर को लेकर जुड़ी चिंताओं को हाल-फिलहाल दूर कर देगा।
जो लोग आजादी का पूरा आनंद लेना चाहते हैं उन्हें पहले आत्मसंयम और सामाजिक दायित्व का सम्यक बोध हासिल करना होगा।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)