रोल्टा इंडिया (बीएसई कोड – 500366, एनएसई कोड – ROLTA) के शेयर का भाव अभी बीएसई में 173.60 रुपए और एनएसई में 174.20 रुपए चल रहा है। इसकी बुक वैल्यू 118.10 रुपए है, जबकि ठीक पिछले बारह महीनों का (टीटीएम) ईपीएस 22.36 रुपए है। इस तरह यह शेयर 7.76 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है, जबकि आईटी सॉफ्टवेयर उद्योग की अन्य प्रमुख कंपनियों में विप्रो का पी/ई अनुपात 14.03, टीसीएस का 38.12 और इनफोसिस का 27.89 है। जानकारों का आकलन है कि रोल्टा इंडिया का शेयर अगले बारह महीनों में 20 फीसदी तक का रिटर्न आसानी से दे सकता है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2009-10 में 1170.44 करोड़ रुपए की आय पर 360.51 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। चालू वित्त वर्ष में जून तक की पहली तिमाही में उसकी आय 335.65 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 103.50 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी का परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) 58.21 फीसदी और शुद्ध लाभ मार्जिन (एनपीएम) 30.84 फीसदी के शानदार स्तर पर है। 1989 में बनी यह कंपनी लगातार प्रगति कर रही है।
कंपनी प्रबंधन को इस साल आय में 12-15 फीसदी और शुद्ध लाभ में 15 फीसदी वृद्धि की उम्मीद है। आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज की एक रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के पास चालू वित्त वर्ष के लिए 1785 करोड़ रुपए के ऑर्डर हैं और वह अगले वित्त वर्ष 2011-12 में आराम से 23.2 का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) हासिल कर सकती है। इस तरह अगर पी/ई अनुपात 9 भी मानें तो यह शेयर 209 रुपए तक जा सकता है। हालांकि कुछ पेंच भी हैं। कंपनी ने 9.70 करोड़ डॉलर एफसीसीबी (विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बांड) से जुटा रखे हैं, जो जुलाई 2012 में परिपक्व होंगे। 6.75 फीसदी ब्याज के हिसाब से इसके लिए कंपनी को 13.5 करोड़ डॉलर या लगभग 550 करोड़ रुपए चुकाने होंगे। लेकिन एक तो इसका प्रभाव वित्त वर्ष 2012-13 में नजर आएगा। दूसरे कंपनी इस रकम का बड़ा अंश अपनी आंतरिक प्राप्तियों से चुका सकती है।
कंपनी की इक्विटी 161.19 करोड़ रुपए है जो 10 रुपए अंकित मूल्य के शेयरों में विभाजित है। इसमें प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 41.93 फीसदी है, जबकि एफआईआई के पास उसके 32.25 फीसदी शेयर हैं। घरेलू संस्थाओं के पास कंपनी के केवल 2.71 फीसदी शेयर हैं। जानकारों के मुताबिक ए ग्रुप की इस कंपनी में निवेश दूरगामी लिहाज से काफी सुरक्षित और लाभकारी है।