पीएसी के सामने पेश हुए राडिया और टाटा

संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) ने सोमवार को 2जी स्पेक्ट्रम मामले में कथित अनियमितताओं के संबंध में कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया से पूछताछ की। टाटा संस के प्रमुख रतन टाटा भी पीएसी के सामने पेश हुए। 2जी स्पेक्ट्रम मामले की जांच के दायरे में नीरा के नेताओं, नौकरशाहों, उद्योगपतियों और पत्रकारों के साथ बातचीत के टेप भी लाए गए हैं। नीरा संसद परिसर में पीएसी के सामने पेश हुईं।

बताया जाता है कि राडिया ने कहा है कि उनकी बातचीत के टेपों से छेड़छाड़ की गई है। वे बराबर सवालों का सीधा जवाब देने से बचती रहीं। ज्यादातर यही कहती रहीं कि मुझे नहीं पता या मुझे याद नहीं है। समझा जा रहा है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के नेतृत्व वाली इस समिति ने नीरा से इस बातचीत के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। इस बातचीत में यूपीए की वर्तमान सरकार के दौरान मंत्रालय आवंटित करने की प्रक्रिया को कथित तौर पर प्रभावित करने संबंधी बातें भी शामिल हैं।

इस बातचीत में वैष्णवी कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस की अध्यक्ष नीरा को कथित तौर पर यह सुनिश्चित करने के प्रयास करते हुए बताया गया है कि डीएमके नेता ए राजा ही दूरसंचार मंत्री बनें। टाटा संस के प्रमुख रतन टाटा भी आज, सोमवार को पीएसी के सामने पेश हुए। लेकिन पीएसी के अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी के मुताबिक उन्होंने हर सवाल का साफ-साफ जवाब दिया।

संभावना व्यक्त की जा रही है कि पीएसी 2जी और 3जी आवंटन समेत दूरसंचार से जुड़े हालिया घटनाक्रमों के बारे में टाटा से जुड़े सबूत रिकॉर्ड करे। कल मंगलवार को पीएसी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के प्रमुख अनिल अंबानी, एटिसैलेट डीबी टेलीकॉम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अतुल झाम, एस-टेल के सीईओ शामिक दास और यूनिटेक वायरलेस के प्रबंध निदेशक सिग्वे ब्रेक्के को अपने सामने पेश होने के लिए बुलाया है।

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