सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ओएनजीसी (ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन) अगले हफ्ते 16 दिसंबर को होनेवाली अपनी बोर्ड बैठक में शेयरधारकों को बोनस शेयर देने के साथ-साथ शेयर को विभाजित करने पर विचार करेगी। कंपनी ने यह सूचना मंगलवार को स्टॉक एक्सचेंजों को दी है।
इसके अलावा कंपनी का निदेशक बोर्ड आगामी एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) से पहले विशेष लाभांश देने पर भी विचार करेगा। कंपनी का प्रस्ताव शेयरधारकों को एक के बदले एक बोनस शेयर देने का है। साथ ही वह 10 रुपए अंकित मूल्य के शेयर को 5 रुपए अंकित मूल्य के दो शेयरों में बांट देगी। इसका सीधा-सा मतलब हुआ कि इस समय जिस किसी के पास ओएनजीसी का एक शेयर है, उसके पास प्रस्तावित फैसले के पारित होने के बाद कंपनी के चार शेयर हो जाएंगे। हालांकि इसी अनुपात में उसके शेयर का बाजार भाव भी एक चौथाई रह जाने की उम्मीद है।
कंपनी ने यह सूचना स्टॉक एक्सचेंजों को बाजार बंद होने के बाद करीब साढ़े पांच बजे शाम को दी। इसलिए इसका असर उसके शेयर पर नजर नहीं आया। बीएसई में ओएनजीसी का शेयर मंगलवार को 1.17 फीसदी की बढ़त के साथ 1337.70 रुपए पर बंद हुआ है। बुधवार को शेयर पर नई घोषणा का असर दिख सकता है। कंपनी चालू वित्त वर्ष 2010-11 के लिए अंतरिम लाभांश पर भी 16 दिसंबर को होनी वाली बैठक में विचार करेगी।
वह यह सारे कदम मार्च 2011 से पहले आनेवाले एफपीओ के मद्देनजर कर रही है ताकि निवेशक समुदाय को आकर्षित किया जा सके। कंपनी में इस समय भारत सरकारी की इक्विटी हिस्सेदारी 74.14 फीसदी है। सरकार एफपीओ के जरिए अपनी पांच फीसदी और हिस्सेदारी बेचेगी। इससे करीब 1400 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य है।