बाजार का रुझान तो बुधवार को ही बदलने लगा था क्योंकि ज्यादातर ट्रेडरों ने मंदी का नजरिया पकड़ लिया था। यहां तक कि मैंने भी 5277 के नीचे जाने पर बाजार के गिरने की धारणा पाल ली थी। लेकिन हमारी टीम के ही दूसरे सदस्यों ने कहा कि बेचो मत, बाजार ओवरसोल्ड अवस्था में पहुंच चुका है और बहुत तेजी से 5600 तक पहुंच जाएगा। आज मैं उनकी समझ व दृष्टि की दाद देता हूं।
सभी लोग एमसीएक्स में 1400 रुपए पर लांग हुए पड़े थे। लेकिन हमने कहा कि इसे दबाकर बेचो। इसकी सीधी वजह यह है कि इसमें इतना मूल्य ही नहीं है। दूसरे, जब ओएनजीसी के ऑफ फॉर सेल को कायदे से 12,000 करोड़ रुपए नहीं मिल पाए और एलआईसी पर दबाव डालकर उसे पूरा करवाया गया तो एमसीएक्स के आईपीओ को 35,000 करोड़ रुपए के आवेदन मिलना साफतौर पर संदेह पैदा करता है। यह सीधे-सीधे मनी मैनेजमेंट का खेल है। ऐसा खेल हम पहले रिलायंस पावर में भी देख चुके हैं।
खैर जो भी हो, एमसीएक्स 1200 रुपए की तरफ बढ़ रहा है और अंततः इश्यू मूल्य से नीचे पहुंच जाएगा। इस कंपनी में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज की अब भी 26 फीसदी इक्विटी भागीदारी है। लेकिन कभी भी बिना इसको बेचे उसे इसका मूल्य नहीं मिलेगा। इसलिए इसका होना, न होना निरर्थक है। अगर ऐसा ही होता तो बॉम्बे बर्मा ट्रेडिंग कॉरपोरेशन का मूल्य 3000 करोड़ रुपए से ज्यादा होता क्योंकि 6000 करोड़ रुपए की ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज में उसकी 51 फीसदी इक्विटी भागीदारी है। निवेश का मूल्य तभी निकलता है जब उसे बेचा जाता है।
बड़ी अच्छी बात यह है कि ग्रीस का मसला सुलझा लिया गया है। अब यूरोप के ऋण संकट का बोझ हल्का ह सकता है। इससे भारत में अगले छह महीनों में 4 अरब डॉलर की नकदी आएगी। आज तमाम उम्मीदों के बीच निफ्टी 2.22 फीसदी बढ़कर 5336.30 और सेंसेक्स 2.05 फीसदी बढ़कर 17,496.42 पर बंद हुआ है। निफ्टी फ्यूचर्स का अंतिम भाव 5371 दर्ज किया गया है।
उधर, समाजवादी पार्टी ने संकेत दिया है कि अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इस पर समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) ने भी खबर चलाई है। मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में देरी एक सोची-समझी रणनीतिक चाल है ताकि केंद्र सरकार में अच्छे मंत्रालय के लिए मोलतोड़ किया जा सके। मुलायम सिंह यादव हमारे अगले केंद्रीय मंत्री हो सकते हैं। इस घोषणा के बाद निफ्टी 300 अंक और बढ़कर बाजार को कहीं का कहीं पहुंचा देगा।
आज रात सीआरआर में कमी की घोषणा हो सकती है क्योंकि सरकार को भी बजट से पहले अपना उधारी कार्यक्रम पूरा करना है जिसके लिए बैंकों के पास तरलता होनी जरूरी है।
रेल बजट सरकार के अगले कदम का साफ संकेत दे देगा। लेकिन लगता है कि बजट के प्रति छाई नाउम्मीदी और सब कुछ गवां देने के बाद सरकार अब बेधड़क होकर साहसिक कदम उठा सकती है। ऐसा मैं आपसे बुधवार को भी कह चुका हूं। अगर ऐसा होता है कि बाजार में आग लग सकती है क्योंकि वो अब भी ओवरसोल्ड अवस्था में है और निफ्टी के 5440 व 5540 तक पहुंचने से पहले किसी शॉर्ट कवरिंग के आसार नहीं हैं।
पीएनबी गिल्ट्स में आईडीबीआई बैंक की 1.18 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी है। सुना है कि वह इसे किसी अन्य निवेशक को बेच रहा है। सूत्रों का कहना है कि पीएनबी गिल्ट्स में पहले से 2.2 फीसदी हिस्सेदारी रखनेवाली लोम्बार्ड इसे खरीद लेगी। वैसे भी, ब्याज दरों में कटौती इस स्टॉक के लिए काफी सकारात्मक रहेगी। पीएनबी गिल्ट्स अब भी 5 फीसदी का यील्ड दे रहा है और पीएनबी इसकी होल्डिंग कंपनी है। यह स्टॉक बढ़कर अपनी बुक वैल्यू, 42 रुपए तक पहुंच सकता है। आज यह 8.87 फीसदी बढ़कर 27 रुपए पर बंद हुआ है।
तैरने की ट्रेनिंग देने का सबसे अच्छा तरीका है किसी को सीधे पानी में फेंक देना। इसी तरह नेतृत्व के लिए एकमात्र सच्ची ट्रेनिंग है किसी को सीधे नेतृत्व में उतार देना।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)