निफ्टी हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 1.41 फीसदी बढ़कर 5940 का स्तर तोड़ चुका है। इसलिए अगर कुछ अघट नहीं हुआ तो अब उसे 6000 का लक्ष्य भेदने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। हालांकि इसे 5970 पर तगड़ी बाधा का सामना करना पड़ा। फिलहाल माहौल में आशावाद है। रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने भी तस्दीक कर दी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर मंडराते बादल छंट चुके हैं और अगले साल हमारी आर्थिक विकास दर 7 फीसदी से ऊपर होगी।
विदेशी बाज़ारों से अच्छी खबरें हैं तो एफआईआई अपनी खरीद जारी रखे हुए हैं। उन्होंने कैश सेगमेंट में शुक्रवार को 2158.87 करोड़ रुपए के शेयर बेचे तो 3442.45 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। इस तरह उनकी शुद्ध खरीद 1283.58 करोड़ रुपए की रही। दूसरी तरफ घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 868.5 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और 1705.08 करोड़ रुपए के शेयर बेचे तो वे शुद्ध रूप से 836..58 करोड़ रुपए के बिकवाल रहे। डेरिवेटिव्स में एफआईआई का ओपन इंटरेस्ट हफ्ते के अंत में 86,012 करोड़ रुपए का रहा है।
निफ्टी की गति
पिछला बंद | शुक्र का उच्चतम | शुक्र का न्यूनतम | शुक्र का बंद | समर्थन/बाधा |
5863.30 | 5952.85 | 5883 | 5945.70 | 5880/5970 |
हफ्ते में पांच दिन ऐसे शेयर जो हफ्ते भर में गुल गिलाएंगे और आखिरी दिन ऐसा शेयर जो एक साल से लेकर पांच साल में फलदायी होगा। इसी क्रम में पेश है नए हफ्ते के लिए लंबे निवेश की सलाह। पनबिजली के धंधे में लगी सरकारी कंपनी एनएचपीसी हर लिहाज़ से दुरुस्त है। उसका ऋण-इक्विटी अनुपात मात्र 0.62 है, जबकि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन का 2.13, टाटा पावर का 1.96 और एनटीपीसी का 0.77 है। हालांकि एनएचपीसी का रिटर्न ऑन इक्विटी {शुद्ध लाभ/(इक्विटी+रिजर्व)} 11.55 फीसदी ही है। फिर भी तुलनात्मक रूप से इसे ठीक माना जा सकता है।
असल में पिछले दिनों एनएचपीसी के शेयरों की काफी धुनाई हुई। 14 फरवरी को जो शेयर 29 रुपए के ऊपर था, उसे 4 मार्च तक 18 से नीचे गिरा दिया गया। 38 फीसदी की तगड़ी चोट। कल इसका दस रुपए अंकित मूल्य का शेयर बीएसई और एनएसई दोनों में 21.10 रुपए पर बंद हुआ है, जबकि इसकी बुक वैल्यू ही 23.29 रुपए है। वैसे तो इसमें पांच-दस साल के लिए निवेश करना चाहिए। लेकिन एक साल के भीतर यह बड़े मजे से 30 रुपए तक जा सकता है। यानी, 42 फीसदी का खरा मुनाफा।
एनएचपीसी (बीएसई – 533098, एनएसई – NHPC)
कल का बंद भाव | 52 हफ्ते का उच्चतम | 52 हफ्ते का न्यूनतम | भावी उम्मीद | साल भर का रिटर्न |
21.10 रुपए | 29.40 रुपए | 14.65 रुपए | 30 रुपए | +42.18% |
(भाव बीएसई के)
डिस्क्लेमर: शेयर बाजार के निवेश में सबसे ज्यादा रिस्क है। इसलिए निवेश का फैसला काफी सोच-विचार और रिसर्च के बाद ही करें। आपके निवेश के लिए हम किसी भी रूप में जिम्मेदार नहीं होंगे।