ओनिडा ने खुद की ब्रांडिंग ही ऐसी की है कि शायद हर कंज्यूमर के दिमाग में उसकी अलग जगह है। ओनर्स प्राइड, नेवर्स एनवी। कंज्यूमर डूयरेबल उत्पादों में इसकी रेंज भी काफी है। इस ब्रांड की मालिक कंपनी का नाम है मर्क इलेक्ट्रॉनिक्स। कंपनी अभिनव प्रयोगों और प्रस्तुति में कहीं से पीछे नहीं छूटी। बराबर समय के साथ चल रही है। लेकिन अभी तक समय उसका साथ नहीं दे रहा। तभी तो इतने मशहूर उपभोक्ता ब्रांड की कंपनी का शेयर 15-30 रुपए के दायरे में भटक रहा है। इसकी बड़ी वजह रही है प्रवर्तक मीरचंदानी परिवार का आपसी झगड़ा। लेकिन सूत्रों की मानें तो काफी लंबे समय से चला आ रहा यह झगड़ा अब खत्म होनेवाला है। जाहिर है इसके बाद बाजार इस स्टॉक का आकलन नए सिरे से करेगा।
इसके शेयर का अंकित मूल्य 1 रुपए है और वह बीएसई (कोड – 500279) और एनएसई (कोड – MIRCELECTR) में लिस्टेड है। 14 जुलाई 2010 को उसका शेयर 30.30 रुपए के शिखर पर पहुंचा। उसके बाद हिचकोले खाता नीचे ही नीचे चल रहा है। कल सोमवार को बीएसई में 2.08 फीसदी गिरकर 25.90 रुपए और एनएसई में 2.27 फीसदी घटकर 25.85 रुपए पर बंद हुआ है। इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 15 रुपए रहा है जो उसने 3 नवंबर 2009 को हासिल किया था। इसलिए मौजूदा स्तर इसे कोई बुरा सौदा नहीं माना जाएगा। वैसे भी शेयर की बुक वैल्यू 18.45 रुपए है। हालांकि संभव है कि यह शेयर थोड़ा और गिर जाएगा। लेकिन दो-चार रुपए इधर-उधर से शायद ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2009-10 में 1502.71 करोड़ रुपए की आय पर 18.37 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। इस साल जून 2010 की तिमाही में उसकी आय 488.52 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 5.87 करोड़ रुपए रहा है। पिछले साल की जून तिमाही में उसकी आय 389.07 करोड़ और शुद्ध लाभ 2.57 करोड़ रुपए था। इस तरह कंपनी का शुद्ध लाभ तुलनात्मक रूप से 128 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। साफ है कि कंपनी अपना धंधा कुशलता से चला रही है।
अभी कंपनी का ठीक पिछले बारह महीने (टीटीएम) का ईपीएस 1.53 रुपए है और उसका शेयर 16.94 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। हालांकि इसी उद्योग की अन्य प्रमुख कंपनी वीडियोकॉन का पी/ई अनुपात इससे कम 11.09 पर है। फिर भी शायद परिवार का पुराना झगड़ा खत्म होने की खबर ओनिडा, मतलब मर्क इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर में नई ऊर्जा भर सकती है। लेकिन समझ लीजिए, शेयरों के निवेश में हमेशा जोखिम रहता है और किसी को भी जोखिम उठाने की अपनी क्षमता को अच्छी तरह तौलकर ही इसमें पैसा लगाना चाहिए।