उन्हीं रणनीतियों की एक और परीक्षा

ट्रेडिंग बुद्ध में स्टॉक्स ट्रेडिंग का सिलसिला 8 जून को अनलॉक-1 के पहले दिन के साथ दोबारा शुरू हो जाएगा। इस बीच आज से शुक्रवार, 5 जून तक हम ऑप्शन ट्रेडिंग को सीखने, समझने और आजमाने का क्रम जारी रखेंगे। एक बार हम फिर उन्हीं तीन रणनीतियों को बाजार में अपनाते हैं जिनसे हमने पहली बार में ही हफ्ते भर में 77.91 प्रतिशत का सांकेतिक रिटर्न कमाया था। साथ ही एक नया सौदा भी करेंगे।

बटरफ्लाई स्प्रेड: बटरफ्लाई स्प्रेड रणनीति कम वोलैटिलिटी होने पर ज्यादा कारगर होती है। इस रणनीति के तहत हम एक आउट ऑफ द ऑप्शन या ओटीएम कॉल ऑप्शन (स्ट्राइक मूल्य, बाज़ार के स्पॉट मूल्य से ज्यादा) और एक इन द मनी या आईटीएम (स्ट्राइक मूल्य बाज़ार के स्पॉट मूल्य से कम) कॉल ऑप्शन खरीदते हैं, जबकि दो ऐट द मनी (एटीएम) कॉल ऑप्शन (स्ट्राइक मूल्य बाज़ार मूल्य के बराबर) बेचते हैं। इस तरह हम कुल चार कॉल ऑप्शंस का सौदा करते हैं। शर्त यह है कि ओटीएम और एटीएम स्ट्राइक मूल्य का अंतर, आईटीएम और एटीएम स्ट्राइक मूल्य के अंतर जितना होना चाहिए।

शुक्रवार, 29 मई को निफ्टी 9580.30 पर बंद हुआ है। इसका नजदीकी स्ट्राइक मूल्य 9600 का हुआ है तो इसे एटीएम स्ट्राइक मूल्य लिया जा सकता है। इस बार हम इससे 100 अंक ऊपर-नीचे यानी 9700 और 9500 स्ट्राइक मूल्य के एक-एक कॉल ऑप्शन खरीदते हैं। साथ ही 9600 स्ट्राइक मूल्य के दो कॉल ऑप्शन बेचते हैं। ये ऑप्शन 4 जून की एक्सपायरी वाले हैं, यानी आज से तीन दिन बाद गुरुवार को इनका सेटलमेंट हो जाएगा।

29 मई को निफ्टी में 9700 स्ट्राइक मूल्य के कॉल ऑप्शन का अंतिम भाव 42.30 रुपए और 9500 के स्ट्राइक मूल्य के कॉल ऑप्शन का अंतिम भाव 115 रुपए रहा है। इसलिए इनका एक-एक लॉट खरीदने के लिए हमें कुल (42.30 + 115) x 75 = 11,797.50 रुपए का प्रीमियम देना पड़ेगा। वहीं, 9600 स्ट्राइक मूल्य के कॉल ऑप्शन का भाव 72 रुपए रहा है तो ऐसे ऑप्शन के दो लॉट बेचने पर हमें 10,800 रुपए बतौर प्रीमियम मिलेंगे। इस तरह इस रणनीति के अमल पर हमारी शुद्ध लागत (11,797.50 – 10,800) = 997.50 रुपए आएगी।

स्ट्रैडल: स्ट्रैडल रणनीति ज्यादा वोलैटिलिटी की स्थिति में कारगर होती है। इस रणनीति के अंतर्गत हम एक ऐट द मनी (एटीएम) कॉल ऑप्शन खरीदते हैं। साथ ही एक एटीएम पुट ऑप्शन भी खरीद लेते हैं। एटीएम ऑप्शन में स्ट्राइक मूल्य बाज़ार में चल रहे इंडेक्स के मूल्य के बराबर होता है। शुक्रवार, 29 मई को 4 जून की एक्सपायरी वाले 9600 स्ट्राइक मूल्य के कॉल का भाव 72 रुपए और पुट ऑप्शन क भाव 188.10 रुपए था। इनका एक-एक लॉट खरीदने हमें कुल (72 + 188.10) x 75 = 19,507.50 रुपए का प्रीमियम देना पड़ेगा।

स्ट्रैंगल: स्ट्रैंगल रणनीति के अंतर्गत हम एक ओटीएम कॉल ऑप्शन (स्ट्राइक मूल्य बाज़ार मूल्य से ज्यादा) और एक ओटीएम पुट ऑप्शन (स्ट्राइक मूल्य, बाज़ार मूल्य से कम) खरीदते हैं। हम 4 जून की एक्सपायरी वाला 9700 स्ट्राइक मूल्य का कॉल ऑप्शन और 9500 रुपए स्ट्राइक मूल्य का पुट ऑप्शन खरीद रहे हैं। शुक्रवार को इनका भाव क्रमशः 42.30 रुपए और 136.05 रुपए रहा है। इस तरह हमें कॉल और पुट ऑप्शन के एक-एक के लिए कुल (42.30 + 136.05) x 75 = 13,376.25 रुपए का प्रीमियम देना पड़ेगा। इस तरह इस रणनीति की कुल लागत 13,376.25 रुपए आएगी।

उक्त तीनों रणनीतियों की सम्मिलित लागत इस बार 33,881.25 रुपए आई है।

फिलहाल बाज़ार में तेज़ी का रुख दिख रहा है। इसलिए हम एक कॉल ऑप्शन भी अलग से खरीद कर देखते हैं। हम अगर 9500 स्ट्राइक मूल्य का निफ्टी कॉल ऑप्शन खरीदें तो उसका भाव शुक्रवार को 115 रुपए रहा है। इसके एक लॉट के लिए हमें 115 x 75 = 8625 रुपए का प्रीमियम देना पड़ेगा। 4 जून को देखते हैं कि ऊपर की तीन संय़ुक्त रणनीतियों और अंत की इकलौती कॉल ऑप्शन खरीद का क्या हश्र होता है।

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