मैंने कहा था कि ब्याज दर में कटौती नहीं होगी और कटौती वाकई नहीं हुई। असल में रेपो दर में 0.25 फीसदी और एसएलआर में एक फीसदी कमी की बात जानबूझकर फैलाई जा रही थी। एक विदेशी मीडिया तक ने ऐसी खबर चलाई थी। ब्याज नहीं घटी तो बाजार में स्वाभाविक रूप से निराशा छा गई। और, तब बाजार को गिरना ही था। निफ्टी आखिरकार 1.53 फीसदी की गिरावट के साथ 5380.50 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी फ्यूचर्स का आखिरी भाव 5414.20 का रहा है।
चुनावों के बाद से हमारे अर्थशास्त्रियों ने जैसा-जैसा अनुमान लगाया था, सब कुछ वैसा ही हुआ। सारे तीर एकदम सटीक निशाने पर। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी रेल मंत्री से बजट पेश करने के बाद उसकी ही पार्टी ने इस्तीफा मांग लिया हो। खैर, कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि दिनेश त्रिवेदी 30 मार्च तक रेल मंत्री बने रहेंगे। वैसे, मुझे तो यह हाईकमान का खेल लगता है। पता था कि दीदी इस पर हल्ला मचाएंगी और कांग्रेस इसका फायदा उठाकर उनसे पल्ला झाड़ लेगी। समाजवादी पार्टी (सपा) आधिकारिक रूप से कह चुकी है कि वह यूपीए सरकार का समर्थन करेगी। मुलायम सिंह यादव नए रक्षा मंत्री बन सकते हैं। यह सब बाजार के लिए सकारात्मक है क्योंकि दीदी के रवैये के विपरीत सपा सरकार के नीतिगत फैसलों का समर्थन करेगी। मायावती इस समय समर्थन वापस लेने की स्थिति में नहीं हैं।
निफ्टी आज निराशा में गिर तो गया। आगे भी राह अनिश्चत है। कल नागरिक उडड्यन में विदेशी एयरलाइन कंपनियों के निवेश के प्रस्ताव पर बजट की मोहर लग सकती है। लेकिन बड़ी खबर यह है कि ममता के जाने के बाद डीएमके को अब कुछ फायदा मिल सकता है। डीएमके ने श्रीलंका के मुद्दे पर सरकार को घेरा था। लेकिन अब वो इससे पीछे हट गई है। बदले में, मारन के प्रति सरकारी रवैया अब नरम पड़ सकता है। यह सन टीवी और स्पाइसजेट के लिए बहुत फायदे का घटनाक्रम है। आज सन टीवी तो 2.63 फीसदी गिरा है, लेकिन स्पाइसजेट 5.92 फीसदी बढ़ गया।
सरकार कल घोषित करेगी कि रक्षा साजोसामान व उपकरणों के ऑर्डर अब निजी कंपनियों को नहीं दिए जाएंगे। इन्हें केवल सरकारी व निजी क्षेत्र के संयुक्त उद्यमों को दिया जा सकता है। इसका सीधा लाभ पिपावाव डिफेंस को मिलेगा। पिछले छह महीनों में इस स्टॉक को बड़े पैमाने पर बटोरा जा चुका है। नई घोषणा होने के बाद इसमें धमाका हो सकता है। आज भी पिपावाव डिफेंस का शेयर 4.32 फीसदी बढ़ा है।
हम अपना नजरिया साफ कर चुके हैं कि आम बजट बाजार को 5250 की तरफ धकेल सकता है और उसके बाद वो वापसी कर सकता है। इसके लिए तैयार रहें। वापसी होनी तय है। हम फिलहाल बाजार को लेकर तेजी की धारणा रखते हैं क्योंकि रिजर्व बैंक ने कह दिया है कि आगे ब्याज दर में कटौती ही होनी है और अब विदेश से भारी निवेश आनेवाला है।
अमेरिका में दो महीनों में आनेवाली तीसरी क्वांटिटेटिव ईजिंग (क्यूई-3) भारत जैसे उभरते बाजारों में और धन के आने का सबब बन जाएगी। इसलिए अब हम निश्चित रूप से निफ्टी को 6500 पर पहुंचा हुआ देख सकते हैं। हाल-फिलहाल कल अगर ट्रेड करना जरूरी हो तो अपनी हर पोजिशन को हेज करके चलें। अन्यथा, हाथ बांधकर बजट देखें और उसकी धार देखें।
हर तरफ शांति, हर तरफ व्यवस्था, हर तरफ सन्नाटा अक्सर किसी न किसी बड़े तूफान के आने की आहट देता है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलतः सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)