भारत का बीमा बाजार पिछले दस सालों के काफी तेजी से बढ़ा है और अब यह दुनिया में 11वे नंबर पर आ गया है। लेकिन चीन इससे पांच स्थान ऊपर छठे नंबर पर है। यह बात अंतरराष्ट्रीय कंपनी स्विस रे की ताजा रिपोर्ट से सामने आई है। एक हफ्ते पहले 6 जुलाई को जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी व फ्रांस इसी क्रम में दुनिया के सबसे बड़े पांच बीमा बाजार बने हुए हैं। भारत और चीन के बीच में इटली, कनाडा, दक्षिण कोरिया और हालैंड या नीदरलैंड आते हैं।
स्विस रे ने साल 2010 में जमा हुए बीमा प्रीमियम के आधार पर यह रैंकिंग की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने पिछले दस सालों में बीमा बाजार के मामले में दुनिया के कई देशों, जैसे स्पेन, स्विटजरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, स्वीडन, आयरलैंड व दक्षिण अफ्रीका को पीछे छोड़ दिया है।
स्विस रे के अध्ययन में दुनिया के कुल 147 देशों को शामिल किया गया। लेकिन आंकड़े 78 देशों के ही सजोए गए हैं क्योंकि इनका योगदान दुनिया में जमा कुल प्रीमियम में 98 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक 2010 में दुनिया भर में जीवन व गैर-जीवन बीमा प्रीमियम के रूप में जुटाई गई रकम 2.7 फीसदी बढ गई। इसमें सबसे ज्यादा 26.2 फीसदी की वृद्धि चीन में हुई है, जबकि भारत में यह बढ़त केवल 4.9 फीसदी है। बाजार पूंजीकरण कि लिहाज स चीन की दो जीवन बीमा कंपनियां दुनिया में सबसे ऊपर हैं, जबकि भारत में कुल जमा प्रीमियम में 80 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी वाली एलआईसी को दुनिया की 20 कंपनियों में भी जगह नहीं मिल पाई है।