अमेरिका में पिछले तीन दिनों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है। इससे भारतीय बाजारों में लगातार बढ़त जारी है और वो खुद को जमाने में लग गया है। उम्मीद के अनुरूप निफ्टी 5120 से 5200 की तरफ बढ़ता जा रहा है। वहां पहुंचने के बाद ही हम समीक्षा करेंगे कि आगे की दशा-दिशा और हमारी रणनीति क्या होगी। फिलहाल आज यह ऊपर में 5113.70 तक जा चुका है। सेंसेक्स भी 16,989.86 तक जाने के बाद लौटा है।
इस बीच हर बढ़त पर लांग पोजिशन घटती जा रही है और शॉर्ट पोजिशन बढ़ती जा रही है। यह लांग या खरीद के पक्षधर ट्रेडरों के शुभ संकेत है। हालांकि मंदड़ियों को लगता है कि सितंबर बाजार के लिए हमेशा बहुत बुरा रहा है तो इसी क्रम को जारी रखते हुए इस बार निफ्टी 4400 तक लुढ़क सकता है।
15 सितंबर को अग्रिम टैक्स के आंकड़े सामने आएंगे जिससे पता चलेगा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनियों की कमाई कैसी रही है। इसके अलावा दो घटनाएं शॉर्ट सौदों की जमीन बनाएं रखेंगी। एक है 16 सितंबर रिजर्व बैंक द्वारा मौद्रिक नीति की मध्य-त्रैमासिक समीक्षा और दूसरी है 20 सितंबर को अमेरिकी अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के बारे में हो रही है वहां के केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व की बैठक। प्रोत्साहन से जुड़ी आशा अमेरिकी बाजार को तब तक ज्यादा गिरने नहीं देगी।
बी ग्रुप के स्तरीय स्टॉक्स को खरीदने का यह अच्छा वक्त है बशर्ते आपके पास नकदी हो। इस समय हीरा व्यापार संकट में चल रहा है। आयकर विभाग की वक्री दृष्टि इस व्यापार पर है। उसने करीब 700 कंपनियों की एक लिस्ट तैयार की है जिन पर छापों की योजना है। करीब तीन हफ्ते पहले दुनिया की बड़ी हीरा व्यापारिक फर्मों में शुमार महेंद्र ब्रदर्स एक्पोर्ट्स प्रा. लिमिटेड पर एक साथ 150 आयकर अधिकारियों ने छापे मारे थे।
उधर सोने का बुलबुला कभी भी फट सकता है। ऐसा होने पर सोना 23,500 रुपए प्रति दस ग्राम तक गिर सकता है। हालांकि अब भी ऊपर में इसके 30,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन इस समय प्रबल रुझान नीचे जाने का ही है।
भरसक कोशिश करना ही पर्याप्त नहीं होता। कभी-कभी हमें जरूरत के हिसाब से खुद को तानना भी पड़ता है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का पेड-कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)