सरकार खुश है कि खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति 17 जुलाई को खत्म हफ्ते में इस साल पहली बार इकाई अंक में आ गई है। इसकी दर 9.67 फीसदी है, जबकि एक हफ्ते पहले यह 12.47 फीसदी है। इस तरह खाद्य पदार्थों के थोक मूल्य सूचकांक में 2.80 फीसदी की कमी आ गई है। इसमें खास योगदान आलू-प्याज का है। आलू साल भर पहले की तुलना में 46 फीसदी और प्याज 10 फीसदी से ज्यादा सस्ता हुआ है। हफ्ते भर पहले की तुलना में आलू 2.06 फीसदी और प्याज 0.66 फीसदी सस्ता हुआ है।
कुल मिलाकर सब्जियों के थोक मूल्य में साल भर पहले की तुलना में 14.77 फीसदी की कमी आई है। लेकिन इसी दौरान दालों का थोक मूल्य 21.23 फीसदी, दूध का थोक मूल्य 19.03 फीसदी और फलों का थोक मूल्य 12.14 फीसदी बढ़ा है। ध्यान दें कि खुदरा मूल्य हमेशा थोक मूल्य से बहुत ज्यादा होता है और आम उपभोक्ता पर खुदरा मूल्य का ही असर पड़ता है।
असल में मुद्रास्फीति, खासकर खाद्य पदार्थों की महंगाई सरकार के लिए काफी चिंता का विषय बनी हुई है। विपक्ष ने भी इसे मुद्दा बना रखा है। इसलिए ताजा आंकड़े सरकार को जवाब देने में थोड़ी मदद कर सकते हैं।