बाजार का हाल जो भी हो, लेकिन उसकी सवारी गांठने वाले विशेषज्ञों का हाल बडा रोचक है। ये ‘विशेषज्ञ’ लोग पहले कह रहे थे कि बाजार का 5500 पर पहुंचना असंभव है और अब, जब वहां तक पहुंच गया तो कह रहे हैं कि यह 5650 तक नहीं जा सकता है। लेकिन निफ्टी जब 5705 तक भी चला गया तो कहने लगे कि अब 5270 का स्टॉप लॉस लगाकर बेचो क्योंकि इसका 5720 को पार कर पाना बेहद मुश्किल है।
मैं ऐसा नहीं सोचता। बाजार नया रुझान पकड़ने से पहले 5775 तक जाएगा। गिरा भी तो 5600 से नीचे नहीं जाएगा। बुरी से बुरी खबर भी आ गई तो यह 5600 तक ही जा सकता है। दूसरी तरफ सरकार साहसी आर्थिक सुधारों की राह पर सधे कदमों से बढ़ रही है। पहले डीजल के दाम बढ़ाए। फिर वेदांता-केयर्न के सौदे को हरी झंडी दी। अगले हफ्ते मल्टी ब्रांड रिटेल को एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के लिए खोलने की तैयारी है।
ये तीन कदम बाजार में नए उत्साह का संचार करने के लिए काफी हैं। अमेरिका में दूसरी क्वांटिटेटिव ईजिंग (क्यूई-2) कल खत्म हो गई और डाउ जोंस सूचकांक सबसे बेहतर स्तर पर है। निराशावादियों में इस तरह का डर था कि क्यूई-2 खत्म होते ही भारत जैसे उभरते बाजारों में डॉलर का आना बंद हो जाएगा। वे यह बात भूल रहे हैं कि इस दौरान उभरते बाजारों में धन के आगम के बजाय बाहर निकलना ज्यादा हुआ है। इसने अतिरिक्त तरलता की स्थिति पैदा कर दी है। अब क्यूई-2 के जरिए अमेरिका के बैंकों व वित्तीय क्षेत्र में आया धन भी उभरते बाजारों की तरफ बहेगा क्योंकि इन देशों में कच्चे तेल के दाम, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों को लेकर उठी चिंताएं मिटने लगी हैं।
मुझे तो यही समझ में आ रहा है। बाकी आप खुद समझदार हैं। नहीं है तो बनने की कोशिश कीजिए। इस बीच तेजड़ियों ने अच्छा-खासा एक्सपोजर ले लिया है क्योंकि सेटलमेंट उनके लिए अच्छा रहा है जबकि मंदड़ियों को नुकसान उठाना पड़ा है। इसलिए सट्टेबाजी का सिद्धांत कहता है कि तेजड़िए अधिकतम फायदे के लिए इन आदर्श स्थितियों का इस्तेमाल करने की हरचंद कोशिश करेंगे और इस दौरान मंदड़िए अगर शॉर्ट सौदे करते रहे तो इसकी कवरिंग के चलते वे निफ्टी को नई ऊंचाई पर ले जाएंगे।
फर्स्टसोर्स सोल्यूशंस (एफएसएल) का स्टॉक 18.50 रुपए के मौजूदा भाव पर बेहद सुरक्षित व दुरुस्त दिख रहा है। इसकी बुक वैल्यू 24 रुपए है और यह एफ एंड ओ सेगमेंट के स्टॉक्स में सबसे सस्ता है। मात्र 11 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है, जबकि वीआईपी इंडस्ट्रीज जैसे शेयर 25 के पी/ई पर चल रहे हैं। मेरे सूत्रों के मुताबिक बिग बुल (राकेश झुनझुनवाला) ने इसमें 24 रुपए पर एंट्री मारी है। उसने इसे फिलहाल कसकर पकड़ रखा है क्योंकि इसमें 34 रुपए पर इक्विटी हिस्सेदारी बेची जानी है। कुछ सूत्रों का कहना है कि यह बिक्री अगले हफ्ते ही हो सकती है। इस बीच इस शेयर में आज शुक्रवार को करीब 6 फीसदी की बढ़त हो चुकी है।
हर दिन को यूं निचोड़कर आनंद लेते हुए जिएं जैसे यह जिंदगी का आखिरी दिन हो।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)