तिलिस्म इतना घना है कि कई निष्पक्ष अखबार तक अभिभूत हैं कि भले ही यह अंतरिम बजट चुनावों के बाद पूरा बजट पेश करने तक के रूटीन खर्च के लिए लेखानुदान था। फिर भी मोदी सरकार ने राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हुए किसी लोकलुभावन उपाय की ज़रूरत नहीं समझी और चुनावी हित के बजाय ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र का पालन किया। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने इसे देश के भविष्य निर्माण का बजट बताया और कहा कि बजट अंतरिम बजट तो है, लेकिन समावेशी व इनोवेटिव भी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1947 तक विकसित भारत का सपना बेचते हुए उम्मीद जताई कि आगामी आम चुनावों में लोग उन्हें शानदार जनादेश देंगे। असल में यही इस साल के अंतरिम बजट का सार है। सारे उपाय व इंतजाम ऐसे हैं ताकि विकास का तिलिस्म बना रहे और मई में आम चुनाव से पहले जनता पर सरकारी कृपा की ऐसी भरमार कर दो कि वो किसी दूसरे को वोट देने की सोचे भी नहीं। बजट में इसकी पूरी व्यवस्था है। कुछ कमी थी तो बजट के ही दिन प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में अंत्योदय अन्न योजना में कवर किए गए 1.89 करोड़ परिवारों को हर महीने प्रतिकिलो चीनी ₹18.50 की सब्सिडी मार्च 2026 तक बढ़ा दी। मुफ्त राशन के ऊपर सस्ता ‘भारत’ आटा, दाल व टमाटर, प्याज पहले से है। अब मंगल की दृष्टि…
यह कॉलम सब्सक्राइब करनेवाले पाठकों के लिए है.
'ट्रेडिंग-बुद्ध' अर्थकाम की प्रीमियम-सेवा का हिस्सा है। इसमें शेयर बाज़ार/निफ्टी की दशा-दिशा के साथ हर कारोबारी दिन ट्रेडिंग के लिए तीन शेयर अभ्यास और एक शेयर पूरी गणना के साथ पेश किया जाता है। यह टिप्स नहीं, बल्कि स्टॉक के चयन में मदद करने की सेवा है। इसमें इंट्रा-डे नहीं, बल्कि स्विंग ट्रेड (3-5 दिन), मोमेंटम ट्रेड (10-15 दिन) या पोजिशन ट्रेड (2-3 माह) के जरिए 5-10 फीसदी कमाने की सलाह होती है। साथ में रविवार को बाज़ार के बंद रहने पर 'तथास्तु' के अंतर्गत हम अलग से किसी एक कंपनी में लंबे समय (एक साल से 5 साल) के निवेश की विस्तृत सलाह देते हैं।
इस कॉलम को पूरा पढ़ने के लिए आपको यह सेवा सब्सक्राइब करनी होगी। सब्सक्राइब करने से पहले शर्तें और प्लान व भुगतान के तरीके पढ़ लें। या, सीधे यहां जाइए।
अगर आप मौजूदा सब्सक्राइबर हैं तो यहां लॉगिन करें...