जहां कम पता लगाया जा सकता है और अनिश्चितता ज्यादा होती है, वहां ज्यादा रिस्क होता है और जहां ज्यादा पता लगाया जा सकता है, वहां अनिश्चितता कम होने के साथ ही रिस्क भी घटता जाता है। इस पैमाने पर कसें तो लम्बे समय के निवेश में ज्यादा जानकारी के बल पर रिस्क घटाया जा सकता है। सवाल उठता है कि शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग में रिस्क को न्यूनतम कैसे किया जाए क्योंकि हर कामयाब ट्रेडर काऔरऔर भी