शेयर बाज़ार कुलांचे मार रहा है। निफ्टी व सेंसेक्स रह-रहकर नई-नई ऊंचाई छूते जा रहे हैं। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में हमारे जीडीपी के 6.5% और महीने भऱ पहले बीती जून तिमाही में 8% बढ़ने का अनुमान लगाया है जिसका आधिकारिक आंकड़ा 31 अगस्त को आएगा। इस बीच कंपनियों के जून तिमाही के नतीजे आते जा रहे हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा अब तक घोषित 281 कंपनियों के नतीजों के विश्लेषण से पता चला है कि पहली तिमाही में इनकी बिक्री मात्र 5.4% और शुद्ध लाभ 12.3% बढ़ा है, जबकि साल भर पहले की समान अवधि में इनकी बिक्री 33.8% और शुद्ध लाभ 18.4% बढ़ा था। कंपनियों या कॉरपोरेट क्षेत्र के नतीजों का सीधा वास्ता शेयर बाज़ार की तेज़ी या मंदी से होता है। अगर अर्थव्यवस्था के बढ़ने के बावजूद कॉरपोरेट नतीजे बेहतर नहीं आ रहे तो यह शेयर बाज़ार के निवेशकों के लिए चिंता की बात है। खासतौर पर मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र का प्रदर्शन उम्मीद से काफी कमज़ोर नज़र आ रहा है। अब बुधवार की बुद्धि…
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