बाजार की लय तोड़ना मुश्किल

जो भी लोग समझते हैं कि बाजार में करेक्शन इतनी आसानी से आ जाएगा, उनका गलत साबित होना तय है। हां, मैं निफ्टी, बैंकिंग व ऑटो स्टॉक्स को लेकर तेजी की धारणा नहीं रखता, लेकिन मैं रीयल्टी, आइरन ओर और कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियों के शेयरों को लेकर जरूर तेजी की सोच रखता हूं। वीआईपी का हाल अभी क्या चल रहा है? इसे मैंने 34 रुपए पर पकड़ा था। आज यह 800 रुपए पर पहुंच चुका है। ट्रेडर और निवेशक इस स्टॉक की कीमत अच्छी तरह समझते हैं। ऐसा नहीं है कि मैं बार-बार दावा कर रहा हूं कि आप वीआईपी से चूक गए और मैंने इसे पकड़ लिया। मैं तो यह बताने की कोशिश कर रहा हूं कि हमारी घरेलू खपत में वो दम है जिसके आधार पर वीआईपी, नीलकमल और सुप्रीम जैसे शेयरों में तेजी आई है।

विम प्लास्ट और कैम्फर दो ऐसे स्टॉक हैं जिन्हें अभी रफ्तार पकड़नी है। बहुत से लोगों को कैम्फर नहीं समझ में आता क्योंकि उन्होंने हमारी रिसर्च रिपोर्ट नहीं पढ़ी है। यह एक केमिकल कंपनी है जो एसेन्स बनाती है जिसका इस्तेमाल हम अपने घरों पर रोजाना करते हैं। टाटा टी, ब्रिटानिया, नेस्ले या आईटीसी का एक ब्रांड भी 300 करोड़ रुपए का हो सकता है, लेकिन यह कंपनी पूरी तरह हमें महज 80 करोड़ रुपए के आसपास के बाजार पूंजीकरण पर उपलब्ध है। ऐसा केवल भारत में ही हो सकता है कि लोग 2000 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनियों के पीछे भागते हैं और 80 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण वाली कंपनी की तरफ झांकते तक नहीं। इसका ईपीएस 22 रुपए है और इसे उद्योग के औसत पी/ई से भी गुणा कर दें तो इसका भाव 500 रुपए से ज्यादा होना चाहिए।

मैंने पिछले महीने भी आपको बताया था कि कोल इंडिया के आईपीओ में बाजार से बहुत-सा धन बाहर निकल जाएगा। ब्रोकरों की तरफ से 50,000 करोड़ रुपए से ज्यादा ब्लॉक कर दिए जाएंगे जिससे यकीनी तौर पर मार्जिन फंडिंग पर असर पड़ेगा। कल मेरिल लिंच ने भी रिपोर्ट जारी की कि भारत जैसे उभरते बाजारों में विदेशी निवेश का आना अब थमेगा क्योंकि यह सामान्य सीमा से बढ़ चुका है।

बाजार की लय को तोड़ना आसान नहीं है। फिर भी मैं अपनी सोच पर कायम हूं। बैंकिंग व ऑटो सेक्टर व निफ्टी से बचें और इनसे इतना दूर निकल लें जितना संभव हो। पावर ग्रिड द्वारा अपने टावरों को किराए पर देने की खबर जल्दी ही घोषित होनेवाली है। इसके बाद यह स्टॉक 15 फीसदी बढ़ जाएगा क्योंकि निवेश फर्म नोमुरा इसे और खरीदने की ताक में लगी है। पिरामल हेल्थकेयर अतिरिक्त विशेष लाभांश की घोषणा करनेवाली है जिससे यह शेयर 600 रुपए तक जा सकता है।

एसबी (शरद बोबदा) ने सुजलॉन में खरीद शुरू कर दी है क्योंकि उन्होंने 6 फीसदी वैकल्पिक ऊर्जा के इस्तेमाल और सुजलॉन में सिटी व ईएम की बिक्री के असर का अंदाजा लगा लिया है। इस्पात इंडस्ट्रीज में नई पारी की तैयारी है क्योंकि वक्त बीतने के साथ यह एक मित्तल से निकल दूसरे मित्तल के हाथ में जा सकती है और तब इस स्टॉक को पंख लग जाएंगे। एचसीसी ने लवासा कॉरपोरेशन के आईपीओ के लिए रोड शो शुरू कर दिया है और हमारा मानना है कि इसका इश्यू पहले ही दिन ओवर-सब्सक्राइब हो जाएगा। इससे एचसीसी का छिपा हुआ मूल्य उजागर होगा। इसके प्री-आईपीओ प्लेसमेंट का सच सामने आना बाकी है। इससे इस स्टॉक की चमक और बढ़ जाएगी। एचडीआईएल में खरीद की सिफारिश करनेवाली कम से कम दर्जन भर रिपोर्ट आ चुकी हैं और यह शेयर कभी भी धमाका कर सकता है। गिलैंडर्स अगले तीन महीनों में 50 फीसदी बढ़ने जा रहा है और तब इसका कम-बोनस और एक्स-बोनस मूल्य एकसमान हो जाएगा।

हर किसी का सम्मान इंसान के रूप में होना चाहिए। इंसान को भगवान क्यों बनाते हो भाई!

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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