बिलकेयर लिमिटेड (बीएसई कोड-526853) दवा उद्योग के लिए पैकेजिंग सामग्री वगैरह बनाती है। उसने इसी 2 अगस्त को घोषित किया कि उसकी जर्मन सब्सिडियरी ने अमेरिका, जर्मनी, इटली व भारत में सक्रिय कंपनी इनिओस के ग्लोबल फिल्म बिजनेस का अधिग्रहण कर लिया है। इनिओस के इस डिवीजन का कारोबार 24 करोड़ यूरो (1458 करोड़ रुपए) का है, जबकि बिलकेयर ने इसे 10 करोड़ यूरो (607 करोड़ रुपए) में हासिल किया है। बिलकेयर से अभी देश-विदेश की कुल लगभग 400 कंपनियां माल खरीदती हैं। इस अधिग्रहण से उसे करीब 2000 नए ग्राहक मिल जाएंगे। साथ ही उसे सिक्यूरिटी कार्ड, क्रेडिट कार्ड और एफएमसीजी जैसे नॉन-फार्मा व्यवसाय में जाने का मौका मिलेगा।
जाहिर है कि यह बिलकेयर के लिए काफी लाभ का सौदा है और इसके बाद उसका धंधा और बढ़ जाएगा। लेकिन इस घोषणा के बाद से ही इसका शेयर गिरावट का शिकार है। 2 अगस्त को दस रुपए अंकित मूल्य का यह शेयर बीएसई में करीब 11 फीसदी बढ़कर 494.95 रुपए पर बंद हुआ। लेकिन इसके बाद यह हर दिन थोड़ा-थोड़ा गिरकर अब 474.30 रुपए पर पहुंच गया है। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 600 रुपए (31 मार्च 2010) और न्यूनतम स्तर 352 रुपए (28 अक्टूबर 2009) का रहा है। कंपनी केवल बीएसई में ही लिस्टेड है, एनएसई में नहीं।
बिलकेयर ने वित्त वर्ष 2009-10 में 564.48 करोड़ रुपए की बिक्री पर 75.28 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है और उसका ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 33.18 रुपए है। उसकी बुक वैल्यू 344.50 रुपए है। उसका शेयर इस समय 11.67 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। उसका परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) अभी 30.81 फीसदी और शुद्ध लाभ मार्जिन (एनपीएम) 14.66 है जो लगातार पिछली तिमाहियों से बेहतर होता रहा है। कंपनी की इक्विटी अभी 22.68 करोड़ रुपए है जिसमें प्रवर्तकों का हिस्सा 35.40 फीसदी है। इसके 5.16 फीसदी शेयर एफआईआई और 5.16 फीसदी शेयर डीआईआई के पास हैं, जबकि डिपॉजिटरी रिसीट्स के चलते 12.92 फीसदी इक्विटी कस्टोडियन के पास है।
एचडीएफसी सिक्यूरिटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी का ईपीएस चालू वित्त वर्ष 2010-11 में 76.8 रुपए और वित्त वर्ष 2011-12 में 110.6 रुपए रहेगा। इस तरह बिलकेयर का शेयर इस साल के अनुमानित ईपीएस से 6.18 गुने और अगले साल के अनुमानित ईपीएस से 4.29 गुने या पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। अगर हम इसके लिए 8 का भी पी/ई अनुपात मानें तो यह शेयर एक साल के भीतर 615 रुपए तक जा सकता है। यानी, इसमें अगले 12 महीनों में 29.66 फीसदी रिटर्न देने की गुंजाइश है।
इसके अलावा वीनस रेमेडीज पर नजर रखिएगा। कंपनी ने कल ही बताया है कि उसे एंटी बायोटिक दवा इमिपेनेम व सिलिस्टैटिन के जेनरिक वर्जन पुर्तगाल में बेचने की अनुमति मिल गई है। इससे कंपनी को यूरोप में अच्छा धंधा मिल जाएगा। वीनस रेमेडीज का शेयर अभी 268.85 रुपए पर है और इसका पी/ई अनुपात महज 5 है। इस शेयर की बुक वैल्यू 224.79 रुपए है। जाहिर है, यह भी सुरक्षित निवेश का अवसर पेश कर रहा है।