लम्बी हांकने से देश नहीं बनता विकसित

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्कारों में पले-पढ़े नरेंद्र मोदी जैसे प्रचारक भले ही सत्यमेव जयते के राष्ट्रीय आदर्श वाले देश भारत के प्रधानमंत्री बन जाएं, लेकिन वे झूठ बोलने और लम्बी फेंकने से बाज नहीं आते। मोदी कितना भी कहते रहें कि भारत को 22 साल में निम्न मध्यम आय के स्तर से उठाकर 2047 तक विकसित देश बना देंगे, मगर इतिहास साक्षी है कि पिछले 80 साल में दुनिया का कोई भी देश अपने स्तर को एक पायदान से ज्यादा नहीं उठा पाया है। भारत को विकसित देश बनने के लिए दो पायदान पार करने पड़ेंगे। पहले निम्न मध्यम से उच्च मध्यम आय और फिर उच्च मध्यम से उच्च आय। विश्व बैंक के मुताबिक इस समय दुनिया के 58 देश उच्च आय वाले अमीर या विकसित देश हैं। इसमें से 28 तो अरुबा, बेरमूडा, साइप्रस, एस्टोनिया, गुयाना, माल्टा, ओमान व पनामा जैसे छोटे देश हैं। बड़े देश यूरोप, उत्तरी अमेरिका और पूर्वी एशिया में केंद्रित हैं। 1945 में दूसरे विश्वयुद्ध के अंत के बाद केवल चार देश अमीर या विकसित देश बन पाए हैं – ताइवान, दक्षिण कोरिया, जापान और सिंगापुर। आखिर कैसे? अब गुरुवार की दशा-दिशा…

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