आदित्य बिड़ला केमिकल्स लगातार पांच सालों से डिविडेंट (लाभांश) देनेवाली कंपनी है। पिछले तीन सालों में 10 रुपए अंकित मूल्य के शेयर उसने 1.5 रुपए यानी 15 फीसदी का लाभांश दिया है। कंपनी का शेयर इसी साल 8 जनवरी 2010 को 102.55 रुपए के शिखर पर पहुचा था, जबकि साल भर पहले 8 अप्रैल 2009 को वह 39.15 रुपए के न्यूनतम भाव पर था। इस 8 अप्रैल को बीएसई में उसका शेयर 1.81 फीसदी घटकर 86.60 रुपए पर बंद हुआ है। यह शेयर ऑपरेटरों की नजर से ओझल पड़ा है। लेकिन अगर आप केवल ट्रेडर नहीं, बल्कि निवेशक की मानसिकता रखते हैं तो यह शेयर आपकी लंबी राह का साथी बन सकता है।
कम से कम लगातार लाभांश देने का ट्रैक रिकॉर्ड आपके भरोसे के लिए काफी है। दूसरे नाम से ही जाहिर होता है कि यह आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी है। कंपनी कमोडिटी केमिकल बनाती है। इसलिए कृषि की हालत का उस पर असर पड़ता है। कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 56.31 फीसदी है जबकि घरेलू संस्थाओं का निवेश 8.70 फीसदी है। एफआईआई का निवेश 0.11 फीसदी पर मामूली स्तर पर है। लेकिन बाजार के जानकारों की मानें तो कुछ एफआईआई इसकी तरफ नए सिरे से झुक रहे हैं। इसलिए इसमें जल्दी ही नई चाल देखी जा सकती है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2008-09 में 204 करोड़ रुपए की बिक्री पर 46 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया था और उसकी ईपीएस 19.70 रुपए थी। इस दौरान उसका परिचालन लाभ मार्जिन (ओपीएम) 39.15 फीसदी रहा है। दिसंबर 2009 की तिमाही में उसकी बिक्री 46.58 करोड़ और शुद्ध लाभ 3.94 करोड़ रुपए रहा है, जबकि ओपीएम 24.18 फीसदी था। अनुमान है कि आखिरी तिमाही और पूरे वित्त वर्ष 2009-10 में कंपनी काफी अच्छा प्रदर्शन करेगी। दीर्घकालिक व सुरक्षित निवेश के लिए यह शेयर एक अच्छा विकल्प है।