वित्त वर्ष 2009-10 गुजर गया। लेकिन यह साल जाते-जाते शेयर बाजार के निवेशकों की पूंजी दोगुनी करके गया है। अगर लिस्टेड कंपनियों के शेयर भावों को आधार बनाएं तो बाजार का पूंजीकरण अब 60 लाख करोड़ रुपए का स्तर पार गया है जो पिछले साल के स्तर से लगभग दोगुना है। हालांकि ये सारा सांकेतिक मामला है। लेकिन मानने में क्या हर्ज है कि भारतीय निवेशक पहले से दोगुने अमीर हो गए।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 31 मार्च के शेयर मूल्यों के हिसाब से 61 लाख 65 हजार 618 करोड़ रुपए रहा है जो साल भर पहले 1 अप्रैल 2009 को 31 लाख 33 हजार 86 करोड़ रुपए था। इस तरह एक साल में इसमें करीब 30 करोड़ 32 लाख की बढोतरी हुई है। इस बढ़त में रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज जैसी कंपनियों का खास योगदान रहा।
आंकड़ों के मुताबिक साल भर मे रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 1.03 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 3.51 लाख करोड़ रुपए हो गया है। ध्यान देने की बात यह है कि मार्च 2009 के दौरान ज्यादातर कंपनियों का भाव अपने न्यूनतम स्तर तक चला गया था। उसके बाद कई क्षेत्रों की कंपनियों ने इसी साल अपना नया शिखर बनाया है। म्यूचुअल फंडों ने भी बीते वित्तीय साल में जबरदस्त कमाई की है।