यूं तो मुझे टेक्निकल एनालिसिस और उसके आधार पर शेयरों की चाल के बारे में की गई भविष्यवाणियों का कोई सिर-पैर नहीं समझ में आता। लेकिन आज मैं एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की फर्म के चुनिंदा टेक्निकल अनुमान पेश करना चाहता हूं। यह फर्म भारत व चीन पर खास ध्यान दे रही है और भारत में इसका वास्ता निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक से जुड़ी ब्रोकरेज फर्म से है। यह हर दिन अल-सुबह करीब 40-50 शेयरों की एक सूची भेज देती है, जिनमें ग्राफ की बुनावट के आधार पर बताया जाएगा कि शेयर बढ़ेगा या नहीं और बढ़ेगा तो कहां तक जाएगा। इसी सूची से बढ़नेवाले कुछ नाम फेंक रहा हूं। लपकिए…
एबीजी शिपयार्ड – लांग टर्म बुलिश रुख। बीएसई में 255.85 रुपए पर बंद हुआ है। इसमें 357 से 380 रुपए का लक्ष्य है। अजंता फार्मा – मध्यम अवधि में बुलिश रुख। अभी 197.45 पर है। 218-224 तक जा सकता है। बर्जर पेंट्स – लांग टर्म बुलिश रुख। बीएसई में कल 74.34 रुपए पर बंद हुआ है। आगे 93-97 रुपए तक जा सकता है। महिंद्रा यूजाइन स्टील का शेयर अभी 60.40 रुपए पर है। इसमें मध्यम अवधि में तेजी का रुख है और यह 68.75 से 70.75 रुपए तक जा सकता है।
यह टेक्निकल फर्म छोटे शेयरों पर भी नजर रखती है। जैसे एक कंपनी है मालू पेपर मिल्स। इसके शेयर के बारे में कहा गया है कि इसके चार्ट में तीन तरह की आकृतियां बन रही हैं। कल बीएसई में इसका बंद भाव 17.77 रुपए रहा है और यह बढ़कर 19.80 से 23.25 रुपए तक जा सकता है। एलनेट टेक्नोलॉजीज के बारे में कहा गया है कि इसमें तेजी का रुख है और यह 67.95 रुपए के मौजूदा स्तर से बढ़कर 87 से 91 रुपए तक जा सकता है। लिस्ट काफी लंबी है। बस दो नाम और जोड़ देता हूं। सूर्या रोशनी के 86.70 रुपए से बढ़कर 96-98 तक जाने का अनुमान है। इसके अलावा टाइम टेक्नोप्लास्ट लंबे समय में तेजी का रुख रखता है और यह 52.50 रुपए के मौजूदा स्तर से बढ़कर 64-67 रुपए तक जा सकता है।
आप लोग चाहेंगे तो मैं टेक्निकल एनालिसिस पर आधारित अनुमान बराबर पेश कर सकता हूं। लेकिन खुद मेरा इस पर फिलहाल कोई यकीन नहीं है। पहली बात कि शेयर मूल कंपनी की छाया हैं तो छाया के हिलने-डुलने का स्वंतत्र ग्राफ कैसे बना सकते हैं? दूसरी बात खरीद और बिक्री का दबाव शेयरों पर भी लागू होता है तो आप पहले से कैसे तय कर सकते हैं कि लोग आज यह खरीदेंगे या बेचेंगे जिससे शेयर के भाव प्रभावित होंगे? तीसरी बात, यह कि डाटा के विश्लेषण पर आधारित कोई नियम एक खास स्तर की आदर्श स्थितियों में ही लागू हो सकता है। और, हमारा शेयर बाजार अभी इतना परिपक्व नहीं हुआ है कि कोई वैज्ञानिक नियम इस पर लागू हो सकें। यहां तो अब भी बहुत सारी आदम प्रवृत्तियां हावी हैं।
हां, आखिर में बाजार के ऑपरेटरों से मिली एक सूचना। उनका कहना है कि आज आप यूनाइटेड क्रेडिट के शेयर पर निगाह रखें। कंपनी की जानकारी आप खुद इंटरनेट से सर्च मारकर जुटाइए।
bilkul sahi kah rahe hain Anil ji hamara market itna bhi develop nahi hai ki ye scientific rules regulations follow kar sake.yanha par kuch bhi bharosa karne k layak nahi hai.Operators technicals bana sakte hain to Raju jaise log to 7 sal tak jhuthe fundamentals bhi dikha sakte hain.