भारतीय डाक विभाग ने विदेशी खतों पर रजिस्ट्रेशन शुल्क चुपचाप 15 रुपए से बढ़ाकर 50 रुपए कर दिया है और इसकी कोई आधिकारिक सूचना तक नहीं दी गई है। केंद्रीय संचार व सूचना तकनीक मंत्रालय से जुड़े इस महकमे ने अपनी वेबसाइट पर अब भी रजिस्ट्रेशन शुल्क की राशि 15 रुपए घोषित कर रखी है। लेकिन जानकारों के मुताबिक इसे 1 मई 2010 से ही बढ़ा दिया गया है। हालांकि विभाग की दलील है कि यह दरें दिसंबर 1994 के बाद पहली बार बढ़ाई गई हैं। इतने लंबे अंतराल के बाद इन्हें बढ़ाना लाजिमी हो गया था।
पोस्टल दरें अब भी पुरानी ही हैं जो किस देश में पत्र भेजना है, इससे तय होती हैं। लेकिन हर पोस्टकार्ड, लिफाफे, एयरोग्राम, छोटे पैकेट, प्रिंटेड कागज को विदेश भेजने पर रजिस्ट्रेशन शुल्क के लिए आपको अब 15 रुपए के बजाय 50 रुपए खर्च करने पड़ेगे। पहले बड़े बैग के लिए यह शुल्क 75 रुपए था, अब 200 रुपए कर दिया गया है।
अगर आप कोई खत भूटान या नेपाल भेज रहे हैं और उसकी एडवाइस ऑफ डिलीवरी या एक्नॉलेजमेंट चाहते हैं तो 1 के बजाय आपको अब 5 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। बाकी देशों के लिए इसे पहले की तरह 10 रुपए ही रहने दिया गया है।