संसद का शीत सत्र (15वीं लोकसभा का 9वां सत्र और राज्यसभा 224वां सत्र) मंगलवार 22 नवंबर 2011 को शुरू होना है और सरकारी कामकाज की अनिवार्यता के अनुसार, यह सत्र बुधवार 21 दिसंबर 2011 को पूरा हो जाएगा। इन तीस दिनों में इस सत्र में 21 बैठकें होंगी।
संसदीय कार्यमंत्री पवन कुमार बंसल ने बुधवार को संवाददाताओं को यह जानकारी देते हुए बताया कि सरकार की प्राथमिकता लंबित विधेयकों को पारित कराने की होगी। हालांकि यह सत्र मुख्य रूप से आवश्यक सरकारी विधायी और अन्य कार्यों को समर्पित होगा, जिसमें वर्ष 2011-12 के आम बजट और रेल बजट की पूरक मांगों से संबद्ध वित्तीय काम भी शामिल हैं। लेकिन जिस विधेयकों को पास कराया जाना है, उनकी सूची में लोकपाल विधेयक सबसे ऊपर है।
शीत सत्र 2011 के लिए राजकीय कार्यों को अंतिम रूप देने के लिए संसदीय कार्य मंत्री विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सचिवों तथा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोमवार 14 नवंबर 2011 को बैठक की संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने बैठक की सह अध्यक्षता की।