तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्से में चेन्नई से करीब 500 किलोमीटर दूर है शिवकाशी, जहां बनते हैं देश के कोने-कोने तक पहुंचनेवाले 90 फीसदी पटाखे। शिवकाशी का पटाखा उद्योग करीब 2500 करोड़ रुपए का है और इसमें लगभग 1.5 लाख लोग काम करते हैं। देश की 70 फीसदी माचिसें भी वहीं बनती हैं। यही नहीं, देश की ऑफसेट प्रिंटिंग का 70 फीसदी काम वहीं होता है। शिवकाशी पहले बाल मजदूरों के लिए बदनाम था। लेकिन बताते हैं कि अब ऐसा नहीं है और बच्चे स्कूलों में पढ़ने जाने लगे हैं।
2011-10-25