सेटलमेंट से पहले अतिशय डर के कारण कल बाजार में कुछ ज्यादा ही ऊंच-नीच हो गई। समस्या नजरिए के साथ नहीं थी। समस्या थी अप्रैल के साथ-साथ मई के फ्यूचर्स में आपकी देनदारी की। आपके ब्रोकर कल ही आपको जिबह कर चुके थे तो आज बाजार या निफ्टी में और कमजोरी आने का कोई कारण नहीं था। मैं अब भी इसी सोच पर कायम हूं कि निफ्टी 5440 के स्तर पर पहुंचेगा। मैं यह भी मानता हूं कि जून के अंत तक मानसून के संकेत साफ हो जाने के बाद निफ्टी 5700 तक भी जा सकता है।
वैसे, हमने डेरिवेटिव सौदों में फिजिकल सेटलमेंट न होने के कारण कल आखिरी दिन, आखिरी शो के कुछ शिकार भी देखे। आइडिया पिछले पिछले पूरे हफ्ते भर 68 रुपए पर डटा रहा, लेकिन एकबारगी 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 61 रुपए पर आ गया। ऐसा ही गैल इंडिया, इंडिया सीमेंट, आईबी रीयल्टी, एचडीआईएल, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक, बीपीसीएल और इंडियन ऑयल वगैरह के साथ भी हुआ जो साफ दिखाता है कि इस शेयरों में उससे ज्यादा खरीद हो चुकी है जितनी कि बाजार पचा सकता है।
लेकिन इसी के साथ एस्सार ऑयल, यूनिटेक, एसबीआई, जेएसडब्ल्यू स्टील और आर पावर में बढ़त दर्ज की गई क्योंकि ट्रेडर इनकी शॉर्ट सेल करके फंस चुके थे और अब उन्हें खरीदना ही था। खैर, सेटलमेंट के अंत के साथ ही बाजार का संकट बीत चुका है। कल से सामान्य कारोबार होगा। नई खरीद का सिलसिला शुरू होगा और इस प्रक्रिया में निफ्टी आसानी से 5360 के पार चला जाएगा।
सैनिटरी उद्योग के बारे में कैनरा रोबैको की अच्छी बात के बाद सेरा सैनिटरीवेयर मिडकैप शेयरों का स्टार खिलाड़ी रहा। अभी तक सेरा अनजाना-सा ब्रांड था, लेकिन अपना नया पीआर रखने के बाद सेरा बाजार के लोगों का ध्यान खींचने लगा है। असल में, दिल्ली के एक फंड ने खुलेआम माना कि हम कैसे कंज्यूमर ड्यूरेबल उद्योग की ऐसी बड़ी कंपनी को नहीं देख पाए। सेरा के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक विक्रम सोमानी इस समय इंग्लैंड में हैं और मुझे लगता है कि वे वहां से अधिग्रहण की कुछ खुशखबरी लेकर आएंगे। अगस्त में कडी परियोजना में व्यावसायिक उत्पादन शुरू करने के बाद बहुत जल्दी ही यह देश में अपने उद्योग की नंबर तीन से नंबर दो कंपनी बन जाएगी। इसकी बैलेंस शीट पर आपको गौर करना चाहिए। भारत की घरेलू बचत दर का इस उद्योग के साथ सीधा रिश्ता है।
अगर आप केआईसी मेटालिक जैसा रिटर्न चाहते हैं तो मेरी गुजारिश है कि किसी स्टॉक को खरीदने से पहले उसके बारे में पूरी तरह आश्वस्त हो लें। हमने आईटी पीपल (इंडिया) को 4 रुपए पर खरीदने की सलाह दी थी। अब यह शेयर 15 रुपए का हो गया है। बाजार में चर्चा है कि पिंक पैंथर इसे खींचे ले जा रहा है और 50 रुपए तक उठाकर ले जा सकता है।
हम हकीकत में क्या बनते हैं, इसका फैसला हमारी काबिलियत से ज्यादा हमारे अपने कर्मों से होता है। इसीलिए कहते हैं जैसा आप करोगे, वैसा आप बनोगे।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है । लेकिन फालतू के वैधानिक लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)
share market need cool brain for earning which you are trying that the people should learn by giving proper advice to them