हेज फंडों की रहती है मौज ही मौज

दुनिया भर में साल 2009 को ऐसा साल माना जाएगा जब लाखों आम लोगों को अपने घर-बार और नौकरी-चाकरी से हाथ धोना पड़ा। लेकिन हाल ही जारी फोर्ब्स पत्रिका की लिस्ट के मुताबिक दुनिया में खरबपतियों की संख्या साल भर पहले की 793 से करीब डेढ़ गुनी होकर 1011 हो गई है। इसमें भी उन हेज फंडों की सेहत पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है जिनकी वजह से वैश्विक वित्तीय संकट ने आग पकड़ी थी। फोर्ब्स की नई सूची में अमेरिका के 21 हेड फंड मैनेजरों के नाम हैं, जिन्होंने 2008 में हुए घाटे को पूरी तरह धो-पोंछ डाला है। इस सूची में शामिल जेम्स साइमंस, जॉन आरनोल्ड और जॉर्ज सोरोस ऐसे नाम हैं जिन्होंने बाजार गिरने से लेकर उठने के दौरान, दोनों ही स्थितियों में जबरदस्त नोट बनाए हैं।

अमेरिका के सबसे अमीर हेड फंड मैनेजरों में सबसे ऊपर हैं जॉन पॉसलन जिनकी आस्तियां 32 अरब डॉलर की हैं जो साल भर पहले से 6 अरब डॉलर अधिक है। पॉसलन ने 2008 ने इस बात पर दांव लगाकर अरबों डॉलर बनाए कि हाउसिंग बाजार धराशाई हो जाएगा और 2009 में अरबों डॉलर शेयर बाजार के उठने पर बनाए। 2009 में 21 खरबपति हेज फंडों की सूची से पहले का केवल एक नाम निकला है और वह हैं गैलियॉन ग्रुप के भारतीय मूल के कर्ताधर्ता राजरत्नम का, जिसे कुछ महीने पहले इनसाइडर ट्रेडिंग के इल्जाम में गिरफ्तार कर लिया गया है।

साल 2008 और 2010 के बीच प्रमुख हेज फंड मैनेजरो में जेम्स साइमंस का औसत रिटर्न 62 फीसदी, जॉन आरनोल्ड का 52 फीसदी और डेविड टेपर का रिटर्न 31 फीसदी रहा है। टेपर ने साल भर में 2.3 अरब डॉलर ज्यादा कमाए हैं। असल में इन सभी को ओबामा सरकार के बैंक बेल-आउट पैकेज का सीधा लाभ मिला है क्योंकि बैंकों व बड़ी फाइनेंस कंपनियों में लगा इनका धन इन्हें आराम से वापस मिल गया।

असल में हेज फंड मैनेजरों के बारे में एक किस्सा चलता है कि एक किसान की गाय मर गई तो जब वह उसे फेंकने जा रहा था तो रास्ते में उसे एक हेज फंड मैनेजर मिल गया। उसने कहा कि आप फेंकते क्यों हो, इसे मुझे 200 डॉलर में बेच दो। किसान तो गदगद हो गया कि उसे मरी हुई गाय के भी 200 डॉलर मिल गए। अब उस हेज फंड मैनेजर ने अखबारों में छोटा-सा विज्ञापन छपवाया कि 10 डॉलर में गाय बेच रहा है। लेकिन गाय एक ही है इसलिए सफल खरीदार का फैसला लॉटरी से किया जाएगा। जब कोई गाय 1000 डॉलर से कम की न मिलती हो तो इस गाय को खरीदने के लिए करीब 5000 लोगों में खुशी-खुशी इस हेज मैनेजर के खाते में 10-10 डॉलर जमा करवा दिए। इस तरह उसके खाते में आ गए 50,000 डॉलर। एक ग्राहक के नाम लॉटरी निकली तो वह गाय लेने पहुंचा। लेकिन गाय को मरा हुआ देखकर वह भड़क गया। इस पर हेज फंड मैनेजर ने कहा कि उखड़ते क्यो हो भाई। मैं तुम्हारा 10 डॉलर और तुम्हें हुई परेशानी के लिए 10 डॉलर ऊपर से तुम्हें वापस कर देता हूं। ग्राहक खुशी-खुशी वापस चला गया। इस तरह चंद दिनों की कसरत में हेज फंड मैनेजर ने मरी गाय से कमा लिए 49,500 डॉलर क्योंकि 200 डॉलर गाय के मालिक किसान को दिए थे और 280 डॉलर विज्ञापन वगैरह पर खर्च हुए।

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