दूर तक पहुंच है जिंदल सॉ की

जिंदल सॉ ओपी जिंदल समूह की अगुआ कंपनी है। तरह-तरह के ट्यूब और पाइप बनाती है। 1984 में उसने शुरुआत सॉ (सबमर्ज्ड आर्क वेल्डेड) पाइप बनाने से की थी। उसके उत्पादों का व्यापक इस्तेमाल कंस्ट्रक्शन व इंजीनियरिंग के काम में होता है। हाल ही में उसने इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रांसपोर्टेशन व फैब्रिकेशन के लिए जिंदल आईटीएफ नाम से अलग सब्सिडियरी बनाई है। जमा-जमाया धंधा है। प्रबंध दुरुस्त है। लक्ष्य स्पष्ट है। कंपनी बराबर फालतू चीजों से मुक्ति पाकर मूल्य-सृजन पर ध्यान देती है। प्रबंधन के राजनीतिक संबंध उसे अतिरिक्त ताकत देते हैं।

कंपनी के शेयर बीएसई (कोड – 500378) और एनएसई (कोड – JINDALSAW) में लिस्टेड हैं। दो रुपए अंकित मूल्य का शेयर इस समय 208.50 रुपए पर है। इसी साल 7 अप्रैल को उसने 227.10 रुपए का उच्चतम स्तर हासिल किया है, जबकि न्यूनतम स्तर 102.51 रुपए (2 सितंबर 2009) का है। शेयर की मौजूदा बुक वैल्यू 134.77 रुपए और पिछले बारह महीनों का (टीटीएम) ईपीएस 26.73 रुपए है। इस आधार पर उसका पी/ई अनुपात 7.8 का है, जबकि इस उद्योग की अन्य कंपनियों में एल एंड टी का पी/ई अनुपात 38.14, सिम्प्लेक्स इंफ्रा का 19.51 और पुंज लॉयड का 13.69 चल रहा है। जानकार बताते हैं कि जिंदल सॉ में छह महीने, साल भर का निवेश 30-40 फीसदी रिटर्न दे सकता है।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2009-10 में 6786.73 करोड़ रुपए की आय पर 711.72 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। इस साल जून की पहली तिमाही में उसकी आय 1139.26 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 148.33 करोड़ रुपए रहा है। कंपनी की 55.25 करोड़ रुपए की इक्विटी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 46 फीसदी, एफआईआई की 19.68 फीसदी और डीआईआई की 12.39 फीसदी है। कंपनी पिछले पांच सालों से लगातार अच्छा-खासा लाभांश (डिविडेंड) देती रही है। उसके शेयर में निवेश करके निश्चिंत हुआ जा सकता है और हम कंपनी की समृद्धि में हिस्सेदार बन सकते हैं।

किसी भी कंपनी के बारे में हम काम भर की तमाम जानकारियां बीएसई और एनएसई की वेबसाइट से हासिल कर सकते हैं। साथ ही कंपनी की अपनी वेबसाइट भी कुछ न कुछ साफ करती है। हमारे नियमित पाठक परशुराम जी बराबर आरे ड्रग्स (बीएसई कोड – 524412) के बारे में जानना चाहते हैं। वे खुद देख सकते हैं कि कंपनी ने 30 जून 2010 को खत्म तिमाही में महज 9.58 करोड़ रुपए की आय पर 35.76 लाख रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। इससे पहले वित्त वर्ष 2009-10 में 27.53 करोड़ की आय पर 77.35 लाख का शुद्ध हासिल किया था। कंपनी एनएसई में लिस्टेड नहीं हैं। सीएनआई रिसर्च की साइट पर स्मार्ट कोट में कंपनी का नाम डालने पर पता चलता है कि उसकी प्रति शेयर बुक वैल्यू 19.81 रुपए है। भाव अभी 24.80 रुपए चल रहा है। घाटा न हो रहा हो तो बेचकर निकल लेना चाहिए। नहीं तो तब तक बनें रहें जब तक कम से कम 10-12 फीसदी का रिटर्न न मिल जाए। ऐसी लाख-बीस लाख का फायदा कमानेवाली कंपनियों में छोटे निवेशकों को जोखिम नहीं उठाना चाहिए।

बाकी चर्चा-ए-खास यह है कि एंड्यू यूल और एक्साइड के साथ आशीर्वाद कैपिटल पर बस नजर रखें, निवेश न करें। आशीर्वाद कैपिटल सियाराम ग्रुप की कंपनी है। बताते तो हैं कि इसमें कोई बड़ी खबर आने को है। वैसे इसका एक रुपए अंकित मूल्य का शेयर कल बीएसई में करीब दस फीसदी गिरकर निचले सर्किट का शिकार हुआ है और 4.15 रुपए पर बंद हुआ है। कल इसमें अचानक वोल्यूम भी बढ़ा है। जिसे दांव लगाना हो, लगा सकता है। लेकिन यह तौलने के बाद कि वह कितना जोखिम उठा सकता है।

2 Comments

  1. THANKING YOU SIR, FOR AAREY DRUGGS, SUGGESTION I WILL HOLD THIS STOCK TILL 10% GAIN.

  2. SIR,
    HCC KYON DAILY FALL HO RAHA HAI, AUR KAB TAK STOCK KO HOLD KIYA JAYE, AUR TARGET KYA HAI? PLEASE CLEAR.

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