बाजार (सेंसेक्स) खुला मुहूर्त से करीब 37 अंक बढ़कर, मगर बंद हुआ 152.58 अंक की गिरावट के साथ 20,852.38 पर जाकर। लेकिन घबराने की कोई बात नहीं। यह सब कुछ नहीं, बस मछली पकड़ने के जाल जैसा काम है। जाल को नीचे तक ले जाओ ताकि और मछलियां पकड़ में आ जाएं। बाजार अब पूरी तरह नियंत्रण में है और उतार-चढ़ाव इसलिए लाए जा रहे हैं ताकि आप यहां से वहां तक झूल, या कहें तो झूम सकें।
हर दिन बीतने के साथ तेजड़ियों की मौज बढ़ती जा रही है। इसलिए, जब तक वैश्विक स्तर पर कोई बड़ी नकारात्मक घटना नहीं होती, तब मंदड़ियों के कामयाब होने की उम्मीद करना सरासर बेवकूफी है। फंडों से लेकर ऑपरेटर तक अब बी ग्रुप की कमान संभालने को आतुर है। इसलिए मेरा सुझाव है कि इस समय आपका निवेश जहां भी है, बी ग्रुप के जिन शेयरों में भी है, गिरने पर घबराकर उन्हें बेचने के बजाय फिलहाल होल्ड करके रखें और जहां तक संभव हो, बढ़ने दें। फिर अगर आपके निर्धारित लक्ष्य के बराबर रिटर्न मिल रहा हो तो बेचकर मुनाफा कमा लें।
सीमेंट सेक्टर के शेयरों ने औरों से बढ़त लेनी शुरू कर दी है। लेकिन दिक्कत यह है कि इनके शेयर कुछ हाथों में सिमटे हुए हैं और इसके चलते ऐसे लोग अपने मनमाफिक इनके मूल्यों को नचा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में एसीसी के 40 फीसदी बढ़ जाने की खास वजह यही है। आज एसीसी ने 1133.45 रुपए पर 52 हफ्ते का सर्वोच्च स्तर हासिल किया है।
सेंचुरी टेक्सटाइल्स 600 रुपए के पार जाने के बाद बहुत तेजी से बढ़ेगा क्योंकि उस वक्त तक सभी लोग इससे बाहर निकल चुके होंगे। सेंचुरी के अलावा सेसा गोवा, टाटा स्टील और एचडीआईएल आगे बहुत ही उम्दा चाल दिखाने जा रहे हैं। और क्या कहें!! छोटे स्टॉक्स तो आप हमारे लिए छोड़ दीजिए क्योंकि मुझे नहीं लगता कि इन्हे साल-दो साल रखने और इन्हे कई गुना बढ़ते देखने का धैर्य आपके भीतर है। आप तो क्या है कि डेरिवेटिव्स (फ्यूचर्स व ऑप्शंस) में ही खेलिए और हर पखवाड़े अपना नफा-नुकसान मिलाते रहिए।
समय की गति और कीमत जमाने के हिसाब से बदलती है। किसान के लिए समय कमोबेश ठहरा रहता है, जबकि उद्योग-धंधे में तो एक-एक सेकंड की कीमत है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)