निफ्टी व सेंसेक्स भले ही थोड़ा बढ़कर बंद हुए हों, लेकिन बाजार में घबराहट का आलम अब भी बना हुआ है। मुझे तो दिसंबर तिमाही में जीडीपी की 6.1 फीसदी वृद्धि भी जमी नहीं। लगता है कि आंकड़ों में कुछ इधर का उधर हुआ है। निफ्टी फ्यूचर्स आज 5515.95 तक चला गया जो हमारे स्टॉप लॉस 5487 से ऊपर था। लेकिन वह खुद को वहां टिका नहीं सका। अंततः 5435 पर बंद हुआ। बाजार के खिलाड़ी निफ्टी के 5600 तक पहुंचने को लेकर तेजी में थे। इसलिए करेक्शन जरूरी था।
बाजार जब 5326 पर था, तभी मैंने कहा था कि वो 5478 को छूने की कोशिश करेगा और शायद थोड़ा उठकर नया उच्च स्तर बना दे। ऐसा हो गया। अब यह 5300 पर नया न्यूनतम स्तर बनाएगा। अगर इसके बाद यह 5277 का स्तर तोड़कर नीचे चला गया तो हम इसके 4900 तक पहुंचने की उम्मीद कर सकते हैं। लेकिन ऐसा बजट के बाद होगा। बजट से पहले यह 5650 को भी पार कर सकता है।
ओएनजीसी का इश्यू कल आ रहा है और यह बाजार को फिर उकसाने का काम करेगा। ओएनजीसी का यह इश्यू बाजार से 12,000 करोड़ रुपए की तरलता खींच लेगा जो बाद के लिए अच्छा नहीं है। लेकिन एक बात जान लें कि बाजार का रुख पलटने में अभी काफी देर है। चर्चा है कि बैंकिंग सिस्टम में छाई तरलता की तंगी को दूर करने के लिए रिजर्व बैंक सीआरआर में कमी कर सकता है। मेरे विचार से इसमें कुछ वक्त लगेगा। वैसे भी, उद्योग के हित में सीआरआर में कमी से ज्यादा अहमियत ब्याज दर में कटौती की है। सीआरआर की कमी तो सरकार को उधारी जुटाने में ही मददगार साबित होगी।
बॉम्बे बर्मा को हमने 430 रुपए पर खरीदने की सलाह दी थी। यह आज 20 फीसदी के ऊपरी सर्किट तक बढ़कर 536 रुपए पर पहुंच गया। चर्चा है कि कंपनी दस रुपए के शेयर पर 80 रुपए का लाभांश घोषित करनेवाली है। इन सब बातों को एक तरफ रख दें, तब भी 500 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण वाली यह कंपनी इस तथ्य को देखते हुए सस्ती है कि ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज में उसकी 51 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी है।
इसी तरह बॉम्बे डाईंग की भी 14 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी ब्रिटानिया में है जिसका फिर से मूल्य आंका जाना है। विदेशी ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने तेजी के पिछले दौर में इसे 700 रुपए पर खरीदने को कहा था। कंपनी के पास 9 करोड़ वर्गफुट जमीन है। इसका 10 फीसदी हिस्सा भी मूल्यांकन में 70 करोड़ रुपए का इजाफा कर सकता है। कुछ फंड इस स्टॉक को लेकर काफी उत्साहित हैं। यह बाजार के एक बड़े तेजड़िए का भी पसंदीदा है। थोड़े वक्त में यह 1000 रुपए तक पहुंचने की कुव्वत रखता है। फिलहाल 460 रुपए के आसपास चल रहा है।
मेरी लांग कॉल्स में अगला स्टॉक है अबन ऑफशोर। वैसे तो आप दो महीने बाद सब भूल जाएंगे। लेकिन इस स्टॉक को याद रखिएगा। मेरे सूत्रों का कहना है कि सरकार तेल उत्खनन को बढ़ावा देने और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए उन कंपनियों को टैक्स में बड़ी रियायत दे सकती है जिनके पास अपनी रिग्स हैं। वैसे भी यह उद्योग कर-रियायतों का फायदा उठाने के लिए विदेश का रुख कर रहा है। इसलिए देशी निवेश को बाहर जाने से रोकने के लिए रियायतों की घोषणा की जाएगी। अबन की चौथी रिग दिसंबर 2011 से ही निष्क्रिय पड़ी है। इसे जल्दी ही अच्छी कीमत पर काम पर लगाया जाना है। नतीजतन वित्त वर्ष 2012-13 में कंपनी का शुद्ध लाभ 50 फीसदी बढ़ जाएगा। इस स्टॉक को एक साल के लिए खरीदा जा सकता है।
सनफ्लैग आइरन का अधिग्रहण पक्के तौर पर जापान की एक कंपनी करने जा रही है। इस पर नजर रखें क्योंकि यह सौदा 70 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर हो सकता है, जबकि इसका शेयर अभी 25 रुपए पर चल रहा है। याद करें, उत्तम स्टील के ऐसे ही करार के बारे में हमने आपको तब बताया था, जब वो 34 रुपए पर चल रहा था। बाद में करार हुआ तो मूल्य तीन अंकों में रखा गया।
इस समय बाजार में जमने-जमाने का दौर चल रहा है। इसके बाद बहुत जल्दी ही खांटी तेजी का दौर शुरू हो जाएगा। जो इस समय हड़बड़ी में बेचकर निकल जाएंगे, वे हमेशा के लिए अपनी किस्मत का रोना रोते रह जाएंगे। निफ्टी तब जून तक सीधे 7000 की तरफ बढ़ेगा और उसके बाद जुलाई में 7500 के ऊपर ब्रेकआउट होगा। फिर उसे एक ही दिशा पकड़कर बढ़ते जाना है।
आप में जितना साहस है, उसी के हिसाब से आपकी ज़िंदगी सिकुड़ती या फैलती रहती है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)