बाजार उम्मीद के मुताबिक कमजोरी के साथ 5000 के नीचे खुला। लेकिन अंत तक सुधरकर 5017.20 पर बंद हुआ, शुक्रवार से 0.45 फीसदी गिरावट के साथ। अमेरिकी बाजार आज बंद हैं। इसलिए कल भारतीय बाजार के उस्तादों के लिए ‘खुला खेल फरुखाबादी वाला दिन’ है और वे निश्चित रूप से इस आजादी का भरपूर फायदा भी उठाएंगे। वैसे, मुझे लगता है कि पूरा सितंबर महीना ही जबरदस्त उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा क्योंकि इस दौरान कई बड़ी घटनाएं होनी हैं जिसका इस्तेमाल बाजार चलानेवाले करेंगे।
इस समय बाजार में एक एसएमएस चला हुआ है कि निफ्टी 3800 और सेंसेक्स 11,000 तक जानेवाला है। इसके बाद सात साल का तेजी का दौर शुरू होगा। इससे आप क्या अभिप्राय निकालना चाहते हैं, यह आप पर निर्भर है। मेरे हिसाब से ऐसा होने के लिए कुछ बहुत ही बुरा होना जरूरी है जिसकी कोई गुंजाइश तो दिख नहीं रही। इसके बजाय अमेरिका की स्थिति हर हाल में शॉर्ट कवरिंग का माहौल पैदा करेगी। वहां 2012 की पहली तिमाही में क्यूई-3 आने की उम्मीद में नवंबर-दिसंबर 2011 के दौरान जबरदस्त खरीद हो सकती है।
इन हालात में मेरा सुझाव है कि ट्रेडरों को इस समय बहुत सावधान रहना चाहिए, जबकि दीर्घकालिक निवेशकों को चुन-चुनकर खरीद करते रहना चाहिए। जैसा कि मैं पहले ही आपसे कह चुका हूं कि निफ्टी के 5200 तक पहुंचने के बाद ही हम उस पर कोई पुख्ता राय व रणनीति बनाएंगे। इस दरम्यान छोटे-मोटे करेक्शन से इनकार नहीं है और ऐसा हो भी रहा है।
एवेरॉन एजुकेशन के प्रबंध निदेशक पी किशोर के रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद यह स्टॉक एकदम धड़ाम हो गया। शुक्रवार को 20 फीसदी गिरा था। आज 20 फीसदी और गिर गया। इसने यकीनन मार्जिन देने का दबाव बढ़ा दिया होगा। इसलिए प्रवर्तक (निखिल गांधी से जुड़े लोग) अब कुल मार्जिन को पूरा करने के लिए पिपावाव शिपयार्ड को खरीदने में जुट गए हैं। इसमें मंदड़ियों के घुसने की कोई भी कोशिश इन दोनों स्टॉक्स को ही मटियामेट कर सकती है। इसलिए सावधान रहें।
आज ही खबरें चलाई गई हैं कि राकेश झुनझुनवाला पिपावाव शिपयार्ड में 5 फीसदी हिस्सेदारी खरीद सकते हैं। कल कंपनी के निदेशक बोर्ड की बैठक होनी है जिसमें परिवर्तनीय शेयर वारंट जारी करने पर विचार किया जाना है। एक हिंदी बिजनेस चैनल ने जोरशोर से ऐलान किया है कि झुनझुनवाला ने कंपनी में कम से कम 5 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की है। वैसे, हमने भी आज थोड़े समय की ट्रेडिंग के लिए पिपावाव शिपयार्ड को खरीदने की सलाह दी थी। आज यह 4.29 फीसदी बढ़कर बंद हुआ है।
हम क्या सोचते हैं, क्या जानते हैं या क्या मानते हैं, आखिरकार यह सब कुछ मायने नहीं रखता है। केवल एक चीज जो मायने रखती है, वह यह कि हम करते क्या हैं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का पेड-कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)