एलआईसी के हाथ बंधे, हटी बाधा

एलआईसी की तरफ से अक्सर होनेवाली बिकवाली का वो सिलसिला अब रुक गया है जो बीएएसई सेंसेक्स को 18,000 के शुभ अंक को पार करने से रोक रहा था। होता यह था कि इधर जब भी सेंसेक्स 18,000 के पार जाने को हुआ, एलआईसी की बिक्री ने उसे रोक दिया। लेकिन आखिरकार लगता है कि एलआईसी को सीधे नॉर्थ ब्लॉक (वित्त मंत्रालय) से हिदायत मिल गई है। अब तेजी के इस नए दौर की अगुआई रिलांयस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) करेगी। उसके तिमाही नतीजे 27 जुलाई को आ रहे हैं।

बाजार ने निफ्टी में 5400 अंक का तिलिस्म तोड़ दिया है। वह जल्दी ही 5500 तक पहुंचनेवाला है। रीयल्टी शेयरों में वाकई आग-सी लगी रही है। इन शेयरों में अभी और बढ़त की उम्मीद है। निवेशक धन लेकर आईआईएफएल जैसे रीयल्टी डिवीजन की तरफ लपक पड़े हैं। लेकिन इतना तय है कि मैं उन रीयल्टी स्टॉक्स को लेकर ज्यादा तेजी की धारणा नहीं रखता जिनके पास अपनी जमीन है ही नहीं। ऐसे में मुझे लगता है कि बॉम्बे डाईंग, सेंचुरी और इंडियन ह्यूम पाइप आनेवाले समय में बाजार के और ज्यादा चहेते स्टॉक बनते जाएंगे।

स्टाइलम इंडस्ट्रीज अभी तक अंधेरे में रही है। इस कंपनी ने पिछले साल शानदार नतीजे दिए हैं। इस साल भी उसके नतीजे चौंकानेवाले होंगे। कंपनी ने पहले 15 फीसदी लाभांश घोषित किया था। अब वह उसे बढ़ाकर 25 फीसदी कर सकती है। इसके चेयरमैन व प्रबंध निदेशक (सीएमडी) इस समय फ्रांस के दौरे पर हैं और किसी अधिग्रहण की खिचड़ी पक रही है। इस तरह के अधिग्रहण या विलय से हुए विकास की बदौलत यह कंपनी अगले दो सालों में दूसरी वीआईपी बन सकती है। धीरज रखें और इसे अपने पोर्टफोलियो में भरते जाएं। फिलहाल इसमें उन निवेशकों की तरफ से कुछ बिकवाली चल रही है जिन्होंने इसे पहले खरीदा था। मुझे नहीं लगता कि यह शेयर 55 रुपए तक भी गया तो इसमें 4-5 लाख से ज्यादा शेयरों की बिकवाली होगी। यह एक लैमिनेशन कंपनी है और इसका विकास सीधे-सीधे एफएमसीजी कंपनियों से जुड़ा हुआ है।

इंडियन ह्यूम पाइप (आईएचपी) के पास मुंबई, पुणे और दिल्ली में 30 लाख वर्गफुट से ज्यादा जमीन है जिसकी कीमत 2000 से 2500 करोड़ रुपए होगी। एचसीसी समूह की इस कंपनी में बहुत सारी संभावनाएं हैं।

जो चीज अपने पास है ही नहीं, उसके लिए दुखी होने का मतलब सिर्फ अपनी ऊर्जा और समय को बरबाद करना है।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ हैलेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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