बाजार तेजी के नए दौर में प्रवेश कर चुका है। वोलैटिलिटी सूचकांक अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर 18 फीसदी पर है। रीयल्टी स्टॉक्स की धूम है। दूसरा सेक्टर जिसमें बाजार तेजी की राह पकड़ रहा है, वह है सीमेंट। देखिएगा कि अगले तीन महीनों तक इस सेक्टर के स्टॉक कहां से कहां तक जाते हैं। मैं मानता हूं कि नवंबर से पहले एसीसी चार अंकों में चला जाएगा। बाकी आपको समझना है। निफ्टी सारी रुकावटें तोड़ चुका है और जल्दी दी 5600 व 5700 का स्तर पकड़ने जा रहा है।
एसबीआई 5000 रुपए तक जाएगा। ऐसा एफआईआई सीमा को बदलने से पहले होगा क्योंकि सरकार नहीं चाहेगी कि एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) इसके 29 फीसदी अतिरिक्त शेयर हासिल कर लें। टाटा स्टील ने 1890 करोड़ रुपए का मुनाफा घोषित किया है। कोरस सबसे बेहतर स्थिति में। टाटा स्टील की वकालत सीएनआई के अलावा और किसी ने नहीं की।
आरडीबी इंडस्ट्रीज समाचार एंजेंसी पीटीआई द्वारा उठाने के बाद राष्ट्रीय स्तर की कहानी बन गया। बाजार में इस पर अब भी चर्चाएं चल रही है कि आईसीटी को 20 अरब सिगरेटों की लाइसेंस क्षमता के लिए 300-350 करोड़ रुपए क्यों देने चाहिए? अच्छी बात है। जीटीसी मुश्किल में है। वीएसटी आईटीसी ग्रुप का हिस्सा है। पीएमआई (फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल) और जेटीआई (जापान टोबैको इंटरनेशनल) से वास्ता रखनेवाली जीपीआई (गॉडफ्रे फिलिप्स ऑफ इंडिया) लिस्टेड कंपनी नहीं है। फिर बचा कौन? केवल आरडीबी। आरडीबी का बोर्ड ने कंपनी को विभाजित कर चुका है और उसके चेयरमैन 18 महीने बाद इस्तीफा दे रहे हैं। आखिर किसलिए?
जेटीआई ने इसको पहले 450 करोड़ रुपए का ऑफर दिया था, क्यों? अगर सिगरेट में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) की इजाजत होती तो आरडीबी को 450 करोड़ रुपए मिल गए होते। इस उद्योग में एफडीआई को रुकवाने के लिए राजनीतिक लॉबीइंग में आईटीसी की बड़ी भूमिका रही होगी क्योंकि भारतीय बाजार में इसकी हिस्सेदारी 83 फीसदी है और निश्चित रूप में वह इस हलके में प्रतिस्पर्धियों को नहीं देखना चाहेगी। मैं आईटीसी की जगह होता तो मैं भी यही करता। इसमें क्या बुराई! ऐसे में आपको तय करना है कि आरडीबी के शेयर के लिए 77-78 रुपए का भाव जायज है या नहीं? इक्विटी बाजार तो हमेशा अपेक्षाओं पर चलता है। अगर हर कोई सकारात्मक सोच रखे और इस स्टॉक को कोई बेचनेवाला न हो तो यह नेस्ले बन जाएगा।
आरडीबी के बाद मुझे लगता है कि धामपुर स्पेशियलिटी और इंडियन ह्यूम पाइप (आईएचपी) भी ऐसी ही दो कहानियां बननेवाले हैं। धामपुर स्पेशियलिटी पहले से घोषित डीमर्जर योजना पर अमल कर रही है। आईएचपी के बारे में हम कभी भी सुन सकते हैं कि वह दोस्ती डेवलपर्स के साथ बड़ा सौदा कर रही है और तब यह शेयर ऊपरी सर्किट तक चला जाएगा। बाजार सूत्रों के अनुसार एलआईसी और कैपिटल इंटरनेशनल रिलायंस इडस्ट्रीज (आरआईएल) के 4 करोड़ ट्रेडरी शेयरों की डील 992 रुपए के भाव पर कर रहे हैं।
बॉम्बे डाईंग और सेंचुरी में हमारी कॉल काफी कामयाब रही है। हमने बाकायदा इन पर अपनी रिसर्च रिपोर्ट पेश की थी। अगली रिपोर्ट हम पावर ग्रिड पर ला रहे हैं। पिछले साल हमने गेल इंडिया पर तब रिपोर्ट जारी की थी, जब उसका भाव 320 रुपए था। अब वह 450 के ऊपर है और आप जानते हैं कि इसके बारे में बाजार क्या राय रखता है। पावर ग्रिड का शेयर दो महीनों से भी कम वक्त में दोगुना होने जा रहा है। क्यों और कैसे, इस रहस्य से परदा तो समय ही उठाएगा।
सत्यमेव जयते! जयहिंद! वंदेमातरम और स्वतंत्रता दिवस की बहुत सारी शुभकामनाएं।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)
Please see Surya Roshni , had given massive breakout towards upside , also find buzz on Scooters India .
Please see Arey Drugs, I bough 400 shares @ Rs. 45/ what should be do? And what is its future?