खबर आ जाती तो अच्छा था। लेकिन यहां तो कानोंकान सुनी और कही गई बातें फैलाई जा रही हैं। कहा गया कि आईबी की रिपोर्ट में रुचि सोया और केएस ऑयल के शेयर-भावों के साथ धांधली की बात है और रुचि सोया को 27 फीसदी व केएस ऑयल को 14.69 फीसदी फटका लग गया। निवेशक घबराए हुए हैं। ऐसे में सेबी को चाहिए कि सामने आकर स्थिति साफ करे कि आईबी की ऐसी कोई रिपोर्ट है कि नहीं। लेकिन वह चुप है, यह जानते हुए भी कि इस चुप्पी से माहौल कितना बिगड़ सकता है और निहित स्वार्थी तत्व इसका कितना फायदा उठा सकते हैं।
खैर, मूलभूत पहलू केएस ऑयल की मजबूती के गवाह हैं और कल की गिरावट के बाद इसे खरीदने का तर्क ज्यादा मजबूत हो गया है। आज एचसीएल इनफोसिस्टम्स (बीएसई – 500179, एनएसई – HCL-INSYS) की चर्चा। कल इसमें हर तरफ गिरावट के बावजूद 0.67 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। लेकिन महीने भर में यह 15 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। 8 नवंबर को यह 115 रुपए तक ऊंचा गया था। कल 8 दिसंबर को 97.45 रुपए पर बंद हुआ है। इस दौरान 26 नवंबर को यह 83.50 रुपए पर 52 हफ्ते की तलहटी भी बना चुका है। क्यों ऐसा हुआ, इसकी कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं है।
हां, सितंबर 2010 तिमाही की तिमाही में कंपनी ने 2959.37 करोड़ रुपए की आय पर 48.28 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जबकि सितंबर 2009 की तिमाही में उसकी आय 2998.97 करोड़ और शुद्ध लाभ 58.97 करोड़ रुपए था। इस तरह आय व लाभ दोनों में थोड़ी गिरावट आई है। लेकिन ये नतीजे तो 27 अक्टूबर को आए थे। उसके बाद के दो हफ्तों में शेयर को कोई खास धमक नहीं लगी थी! इस दौरान तो यह भी सामने आ चुका है कि कंपनी के पास पहले से लगभग दोगुने, 4000 करोड़ रुपए के एडवांस ऑर्डर हैं। यही नहीं, कंपनी ने 100 फीसदी अंतरिम लाभांश (2 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 2 रुपए) भी घोषित किया है। कंपनी पिछले सात सालों से लगातार लाभांश दे रही है, कभी 200 फीसदी तो कभी 250 फीसदी।
यह एचसीएल समूह की कंपनी है। समूह की दूसरी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज है। दोनों आईटी सेक्टर की कंपनियां हैं, लेकिन दोनों के काम में स्पष्ट विभाजन है। एचसीएल इन्फोसिस्टम्स हर लिहाज से निवेश के लिए सुरक्षित और संभावनामय स्टॉक है। इसका ठीक पिछले बारह महीनों का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 11.45 रुपए है और मौजूदा बाजार भाव पर इसके शेयर का पी/ई अनुपात मात्र 8.51 है। इसकी बुक वैल्यू 89.74 रुपए है। जाहिर है इस शेयर को सामान्य स्थितियों में 25-30 फीसदी बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। हां, कम से कम साल भर के निवेश का लक्ष्य रखना पड़ेगा।
बाकी चर्चा-ए-खास यह है कि आज बाजार में छलांग के आसार हैं। सेंसेक्स 500 अंक तक बढ़ सकता है। जानकारों की सलाह है निफ्टी 5910 पर खरीदें, 6200 का लक्ष्य रखें और स्टॉप लॉस 5850 का लगाएं। उम्मीद है कि निफ्टी आज बढ़कर खुलेगा। 3आई इनफोटेक पर नजर रखें। कल यह 2.74 फीसदी गिरकर 54.95 रुपए पर बंद हुआ है। लेकिन आज यह 64 रुपए तक भी जा सकता है।
हां, चलते-चलते बता दूं मित्रों कि अर्थकाम के इस कॉलम का मकसद सिर्फ इतना बताना है कि किसी शेयर में निवेश करने से पहले आपको क्या-क्या बातें देखनी-समझनी चाहिए। आप बुक वैल्यू, पी/ई अनुपात, पिछला ट्रैक रिकॉर्ड और आगे की संभावनाएं पता लगाकर ही निवेश करें। हम बाजार के खेल की भी बात करते हैं। बहुत सारे कारक हैं, जिन पर निवेश से पहले ध्यान देना जरूरी है। मोटा-सा नियम है कि अगर कंपनी का लाभ साल भर में 15 फीसदी बढ़ता है तो उसका शेयर भी इसी हिसाब से 15-20 फीसदी बढ़ जाना चाहिए। इतना रिटर्न हमें बैंक एफडी से नहीं मिल सकता है तो अपनी बचत का एक हिस्सा हमें अच्छी कंपनियों के शेयरों में भी लगाना चाहिए। हमारा काम आपको देश की ज्यादा से ज्यादा लिस्टेड कंपनियों से परिचित कराना है। इसलिए सोमवार से लेकर शुक्रवार तक हम हर दिन एक नई कंपनी आपके लिए पेश करते हैं। आप इन कंपनियों को देखें-भालें, खुद भी थोड़ी सी रिसर्च करें, अपनी जोखिम उठाने की क्षमता का आकलन करें और तभी निवेश करें क्योंकि पैसा आपकी गाढ़ी कमाई का है, मेरा या किसी और का नहीं।