निश्चित तौर पर बाजार इस समय खुद को जमा रहा है क्योंकि तमाम मिड कैप स्टॉक्स अब पलटकर उठने लगे हैं। निश्चित तौर पर बाजार इस समय खुद को जमा रहा है क्योंकि तमाम मिड कैप स्टॉक्स अब पलटकर उठने लगे हैं। साथ ही बहुत से मिड कैप व स्मॉल कैप स्टॉक्स भी काफी संभावना दिखा रहे हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू), फर्टिलाइजर और अब यहां तक कि चीनी जैसे क्षेत्रों में भी तेजी की दिपदिप दिखने लगी है।
रेणुका शुगर्स और पिपावाव डिफेंस के प्रवर्तक जल्दी ही अपने गिरवी शेयरों को छुड़वाने वाले हैं। इसके बाद इन स्टॉक्स का उद्धार हो सकता है। फिर भी निवेशकों को मूर्ख बनाने और गुमराह करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल), भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और ऐसे ही कुछ अन्य भारी-भरकम स्टॉक्स को दबाकर रखा गया है। बाजार के इन उस्तादों की तमाम कोशिशों के बावजूद निफ्टी आज दिन भर की गिरावट के बावजूद शाम तक सपाट स्तर पर आ गया। आरआईएल को भाई लोग इस साल के पहले ही दिन 2 जनवरी को 687.55 रुपए तक पीट चुके हैं, जबकि एसबीआई को भी 1650 रुपए नीचे बांधे रखने की कोशिशें जारी हैं।
इनफोसिस अच्छे नतीजों के साथ-साथ भविष्य के लिए बेहतर अनुमान पेश करेगी। गुरुवार, 12 जनवरी को उसके तीसरी तिमाही के नतीजे आएंगे। उसी दिन सरकार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के नवंबर माह के आंकड़े पेश करेगी जो उतने बुरे नहीं होंगे। अक्टूबर में तो आईआईपी बढ़ने के बजाय 5.1 फीसदी घट गया था। फिर आएंगे 13 जनवरी, शुक्रवार को आएंगे दिसंबर माह की सकल मुद्रास्फीति के आंकड़े जो बाजार की अगली चाल-ढाल का फैसला कर देंगे।
इधर वेलस्पन कॉरपोरेशन, पैंटालून रिटेल और शिपिंग कॉरपोरेशन हमारे सुझाए गए हिट होनेवाले स्टॉक्स रहे हैं। हमारा मानना है कि पोलारिस फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी निवेशकों के लिए नई रंगत पेश करेगा। महिंद्रा सत्यम तो आज बाजार से बाजी मार ले ही गया और यह लगभग 8 फीसदी बढ़कर 72.90 रुपए पर पहुंच गया क्योंकि इसे दिसंबर तिमाही में 250 करोड़ से 270 करोड़ रुपए के शुद्ध लाभ की उम्मीद है। इसका मतलब कि पोलारिस भी अच्छे नतीजों की घोषणा करेगी। वैसे पोलारिस भी आज 4.34 फीसदी बढ़ा है। एबीजी शिपयार्ड, भारती एयरटेल और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज को बस किसी खटके का इंतजार है जो इन स्टॉक्स को नए स्तर पर ले जा सकता है।
थोड़े में कहूं तो वह वक्त चला गया, जब शक-संदेह की कोई गुंजाइश बाकी थी, हमें बाजार के और गिरने का अंदेशा था और हमने बचाव की मुद्रा पकड़ रखी थी। अब वक्त है, जब बाजार की कमान तेजड़ियों के हाथों में आ जानी चाहिए। यही मौका है जब वे सही समय पर, सही ताकत के साथ मोर्चा संभालेंगे। बाजार सूत्रों के मुताबिक कुछ एफआईआई तेजी की भंगिमा अपनाने लग गए हैं। दरअसल, सारे संकेत इस बात की पुष्टि करते हैं कि बाजार एकदम तलहटी पर पहुंच गया है। जरूरत है तो आपके स्पष्ट नजरिए और भरोसे की।
इधर बहुत सारे ऐसे निवेशकों से हमारा साबका पड़ा जो पीएसयू स्टॉक्स से निकल रहे थे क्योंकि वे इनके भविष्य से वाकिफ नहीं थे। हमने दो हफ्ते पहले बताया कि पीएसयू स्टॉक्स में तेजी आएगी। अब दो हफ्ते के भीतर ऐसे बहुत सारे स्टॉक्स दोगुने हो चुके हैं, जबकि तमाम स्टॉक्स सरकार की तरफ से एक्सचेंज के जरिए खुली बिक्री की घोषणा के बाद 30 से 40 फीसदी बढ़ गए हैं।
संदेह नहीं, बल्कि चौंकना ही ज्ञान का मूल स्रोत है।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं पड़ना चाहता। इसलिए अनाम है। वह अंदर की बातें आपके सामने रखता है। लेकिन उसमें बड़बोलापन हो सकता है। आपके निवेश फैसलों के लिए अर्थकाम किसी भी हाल में जिम्मेदार नहीं होगा। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का कॉलम है, जिसे हम यहां आपकी शिक्षा के लिए पेश कर रहे हैं)