मिड व स्मॉल कैप में इत्ते दिग्गज!

ए ग्रुप के शेयर अब थोड़ा आराम करेंगे और इनमें से वही विशेष शेयर चलेंगे जिनमें कोई नया समाचार आएगा। बाजार के स्टार परफॉर्मर होंगे अब बी ग्रुप के शेयर। गिलैंडर्स, गल्फ ऑयल और विमप्लास्ट जैसे शेयरों में वोल्यूम का धमाका हो सकता है। हो सकता है जब साल भर बाद इन शेयरों के मूल्य कई गुना हो जाएं तब आप वीआईपी की तरह बात करेंगे और एफआईआई खरीदार होंगे। इस समय तो ऑपरेटरों ने इनके बाजार पूंजीकरण को दबाकर रखा हुआ है। हमने इनसेक्टीसाइड इंडिया को तब चिह्नित किया था, जब इसका भाव 120 रुपए पर था। 30 दिन से भी कम समय में यह 246 रुपए पर चमक रहा है। यही कहानी टीआईएल (ट्रैक्टर्स इंडिया लिमिटेड) और टीआरआईएल (ट्रांसफॉर्मर्स एंड रेक्टिफायर्स इंडिया लिमिटेड) के साथ भी दोहराई गई है।

बी ग्रुप में धमाका शुरू होना है और यह दिसंबर 2010 तक चलेगा। दीपावली का सीजन मिड कैप और स्माल कैप स्टॉक्स के लिए मस्त बहार का सीजन रहेगा। सभी म्यूचुअल फंड, रिटेल और एचएनआई निवेशक कैश का भंडार लेकर बैठे है और व्यवहार में उनका निवेश ना के बराबर है। वे तीन मसलों को लेकर एकदम उलझे हुए हैं। एक, क्या खरीदें? दो, जो स्टॉक खरीदना चाहते हैं, वह पहले ही बढ़ चुका है? और तीन, वोल्यूम को देखकर और ऑपरेटरों की टिप्स पर खरीद तो लिया, लेकिन स्टॉक 40 फीसदी तक गिर चुका है? ऐसे में करें तो क्या करें…

एमएम अपने ब्रिटेन के नेटवर्क के साथ सक्रिय है और बाजार में नोट पीट रहा है। सेबी ब्रिटेन के इस ऑपरेटर को नहीं रोक सकता। इसके पास 50 से 100 एफआईआई का नेटवर्क है जो दुबई से काम कर रहा है। साथ में इतना ही मजबूत नेटवर्क अहमदाबाद व मुंबई है जिसकी डोर नए लोगों के हाथ में है। खुफिया विभाग (आईबी) पहले ही रिपोर्ट कर चुका है कि केपी पूरी तरह सक्रिय है। आरजे, आरडी, जीएस, एके और एडी जैसे दूसरे ऑपरेटर अपनी पूरी ताकत से बाजार में उतर चुके हैं। इसलिए आपको यह अंदेशा नहीं होना चाहिए कि मिड कैप स्टॉक फायदा नहीं पहुंचाएंगे।

इन लोगों के बिना एफआईआई का भारत में घुसना मुमकिन नहीं। इन्होंने ही 200 करोड़ रुपए के न्यूनतम बाजार पूंजीकरण की बाधा लगा रखी है। हमने वीआईपी को 34 रुपए पर पकड़ा था और ये लोग इसमें 340 रुपए पर उतर रहे हैं। इस बीच ऑपरेटरों ने अपने चौकन्नेपन और समझदारी से 34 से 340 तक दस गुना कमाई कर ली। ये है भारत का बाजार।

सीएनआई एकमात्र प्रोफेशनल एजेंसी है जो किसी स्टॉक को पहचान कर फौरन आप को बताती है। लेकिन इसका फायदा वही लोग उठा पाते हैं जिनमें रिसर्च, फंडामेंटल्स और स्टॉक को समझने की सामर्थ्य है। बाकी तो उनसे गुजरने वाले लोग हमेशा सफर ही करते रह जाएंगे।

इंसान दो तरीके से सीखता है। एक तो पढ़कर और दूसरा समझदार लोगों से जुड़कर, उनकी संगत और सत्संग से।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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