कल माइक्रोसॉफ्ट के अच्छे नतीजों ने अमेरिकी बाजार को टॉप गियर में पहुंचा दिया। लेकिन आज सुबह से ही ईमेल आने शुरू हो गए कि स्पेन के 18 बैंक स्ट्रेस टेस्ट (प्रतिकूल हालात से निपटने की क्षमता की परीक्षा) में फेल हो गए हैं। चेतावनी दी गई कि मेटल सेक्टर गिरनेवाला है। ऐसी तमाम सारी हाय-हाय मचाई गई। आप अच्छी तरह समझ लें कि ये सब मंदड़ियों की कुंठा व हताशा है जो इस तरह की खबरों या आशंकाओं के जरिए फैलाई जा रही है। दिक्कत यह है कि बाजार नियामक संस्था (सेबी) ऐसे ईमेल की बाढ़ के खिलाफ तब तक कुछ नहीं कर सकती जब तक बाकायदा की शिकायत नहीं करता। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि बिल्ली के गले में घंटी बांधे कौन? पिछली बार आईसीआईसीआई बैंक ने इस तरह की शिकायत दर्ज कराई थी।
वैसे, मुझे यह बताइए कि कितने लोगों का यूरोप से वास्ता है? आप कितने समय से यूरोप की समस्या का वही पुराना राग सुने जा रहे हैं? कम से कम मैं तो इसे सुन-सुनकर पक गया हूं? क्या मंदड़ियों के खेमे को कोई नया भूत नहीं मिल रहा डराने के लिए? हकीकत यह है कि सूत्रों के मुताबिक चीन ने अपने तकरीबन 20 फीसदी स्टील संयंत्र बंद कर दिए हैं जिससे भारत से निर्यात की मांग बढ़ सकती है और यहां स्टील के दाम और बढ़ सकते हैं।
हर कोई जानता है कि सीमेंट के दाम 220 रुपए से घटकर 195 रुपए पर आ गए हैं और इसमें 10 रुपए की और गिरावट कभी भी आ सकती है। ज्यादातर ब्रोकरेज हाउसों ने सीमेंट स्टॉक्स को डाउनग्रेड करनेवाली रिपोर्टें पेश कर दी हैं। लेकिन मेरा मानना है कि यही वक्त है कि सीमेंट शेयरों को बटोरने का सिलसिला शुरू कर दिया जाए। कल ही यूबीएस ने इंडिया सीमेंट्स के 6 लाख शेयर खरीदे हैं। पहले टेलिकॉम स्टॉक्स को डाउनग्रेड किया गया था। देशी-विदेशी फंडों ने इनमें खरीद कर ली। उसके बाद इसे अपग्रेड कर दिया गया। सितंबर 2010 तक इंतजार कीजिए। सीमेंट को भी अपग्रेड किया जाएगा। लेकिन तब तक सीमेंट के शेयर 20 फीसदी महंगे हो चुके होंगे।
मैं डंके की चोट पर कहता रहा कि निफ्टी 6000 तक जाएगा। लेकिन कोई मानने क्या, सुनने तक को तैयार नहीं था। सभी निफ्टी के गिरकर 4000 या इससे नीचे जाने की बाट जोह रहे थे। अब प्रसिद्ध तेजड़िया आरजे (राकेश झुनझुनवाला) ने एक इंटरव्यू में कह दिया है कि निफ्टी 6000 अंक की मंजिल की तरफ बढ़ रहा है। इसका खास महत्व है। आरजे की पकड़वाले शेयर अब नई ऊंचाई देख सकते हैं। वीआईपी अब 400 रुपए के एकदम करीब पहुंच चुका है, जबकि हमने इसे महज 34 रुपए पर पकड़ा था। इस संदर्भ में देखें तो विंडसर और विम प्लास्ट असली जैकपॉट साबित हो सकते हैं। आरजे ने जो कहा, उसका असर यह होगा कि अब रिटेल निवेशकों की खरीद बढ़ेगी क्योंकि वे इस ‘बिग बुल’ को बाजार का भगवान मानते हैं।
रिटेल भागीदारी बढ़ने से मिड कैप स्टॉक्स को ज्यादा खरीदार मिल जाएंगे। इसलिए मैं आपको बताना चाहता हूं कि अब मिड कैप की खरीद मुनाफे का सौदा बन सकती है। हालांकि 95 फीसदी कारोबारी और निवेशक तो बस ट्रेडर ही हैं। मेरी सलाह उस एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स) समुदाय के लिए मददगार हो सकती है जो अभी किनारे खड़े इंतजार कर रहे हैं। हम अपेक्षा करते हैं कि उनकी भादीगारी से वोल्यूम तो बढ़ेगा ही, बाजार भी नई मंजिल तक चला जाएगा। इस समय इंडियन ह्यूम पाइप, कैम्फर एंड एलाइड, गिलैंडर्स, अमार राजा, टीआरआईएल, टीआईएल और अनंत राज जैसे सभी शेयर अच्छी खरीद साबित होंगे।
हमने हाल ही में अमार राजा बैटरीज और अनंत राज इंडस्ट्रीज पर अपनी रिपोर्ट जारी की है। जो आंख पर पट्टी बांधकर शेयर खरीदते हैं, वे अब भी ऐसा कर सकते हैं। लेकिन कृपया तब शिकायत मत कीजिएगा जब ये शेयर कुछ कारणों से नीचे गिर जाएं। किसी शेयर को बगैर उसकी वास्तविक सामर्थ्य जाने खरीदना हमेशा खतरनाक होता है। बाजार में अच्छे लोग भी हैं और बुरे भी। जब बाजार नियामक संस्था फ्रॉड होने से नहीं रोक पाती तो हम और आप उससे कैसे अछूते रह सकते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि कोई स्टॉक आकाश से गिरकर पाताल तक भी पहुंच जाए, तब भी अगर उसमें दम है तो वह उठता जरूर है। इसलिए किसी स्टॉक की सही ताकत जानना और उसके आधार पर निवेश का फैसला करना चाहिए। इसके लिए आपको रिसर्च रिपोर्टों को पढ़ना जरूरी है।
सबसे बड़ी उपलब्धि है अपने ऊपर जीत हासिल करना। जिन्होंने इस जीत का स्वाद चख लिया है, उन्हें कभी भी हार का मुंह नहीं देखना पड़ता।
(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)